झांसी 19 नवम्बर। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार की झांसी के मटर उत्पादक किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए निर्यात आधारित क्लस्टर शुरू कराने की तैयारी में है।
इसके लिए झांसी से जिला स्तरीय क्लस्टर सुविधा इकाई द्वारा प्रस्ताव तैयार कर मंजूरी के लिए राज्य स्तरीय कृषि निर्यात निगरानी समिति को भेजा गया है। झांसी में डीएम की अध्यक्षता में हुई बैठक में अनुमोदन मिलने के बाद प्रस्ताव तैयार कर मंजूरी के लिए भेजा गया है।
झांसी के ज्येष्ठ कृषि विपणन निरीक्षक प्रखर कुमार ने बताया कि मटर के निर्यात आधारित क्लस्टर बनाने का प्रस्ताव स्थानीय स्तर पर तैयार कर राज्य स्तरीय कृषि निर्यात निगरानी समिति को भेजा गया है। प्रस्ताव को स्वीकृति मिलने के बाद जिला स्तर पर जिलाधिकारी की अध्यक्षता में कमेटी बनेगी और क्लस्टर तैयार करने का काम शुरू हो जाएगा। मटर उगाने वाले किसानों को इससे काफी लाभ होगा।
विश्व बैंक की मदद से चलाई जा रही यूपी एग्रीज योजना के तहत मटर का निर्यात आधारित क्लस्टर तैयार किया जाना है। राज्य स्तरीय कृषि निर्यात निगरानी समिति से मंजूरी मिलते ही निर्यात आधारित क्लस्टर बनाने का काम शुरू हो जाएगा। एक क्लस्टर 50 हेक्टेयर क्षेत्रफल का होगा और एफपीओ के माध्यम से मटर उत्पादकों का यह क्लस्टर तैयार किया जाएगा।
क्लस्टर विकसित करने वाले एफपीओ को पांच वर्षों में क्रमवार तरीके से दस लाख रुपये का अनुदान मिलेगा। डीएम की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय कमेटी पूरी प्रक्रिया की निगरानी करेगी। योजना के शुरू हो जाने के बाद झांसी की मटर को न सिर्फ राष्ट्रीय स्तर का बाजार उपलब्ध होगा बल्कि इसका विदेशों में भी निर्यात होगा। झांसी जिला मटर की पैदावार के लिए अलग पहचान रखता है।
वैभव सिंह
बुंदेलखंड