झांसी 08 फरवरी। उत्तर मध्य रेलवे का झांसी रेलमंडल इन दिनों “ आम के आम और गुठलियों के दाम” जैसी कहावतों को चरितार्थ करते नजर आ रहा है। मंडल रेल प्रबंधक के निर्देशन पर लगातार बढ़ रहे हरित ऊर्जा के उपयोग से एक और कार्बन उत्सर्जन को कम कर पर्यावरण को सुधारने में तो मदद मिल ही रही है वहीं दूसरी ओर राजस्व की भी बचत की जा रही है।
इसी प्रकार मंडल द्वारा वर्तमान वित्तीय वर्ष 2022-23 में अप्रैल से जनवरी माह तक हाई स्पीड डीजल खपत में लायी गयी कमी से रिकॉर्ड रु 13.11 करोड़ रेल राजस्व की बचत की गयी है । डीजल की बचत लोको शटडाउन तथा अन्य माध्यमों से एचएसडी(हाई स्पीड डीजल) की खपत में कमी लाते हुए की गई है। वहीं माह जनवरी 23 में रु.1.08 करोड़ रेल राजस्व की बचत की गयी है |
यह बचत डीजल के स्थान पर बिजली के अधिकतम उपयोग से संभव हो सकी है । डीजल की खपत में आई कमी के साथ ही तकनीक का उपयोग एवं उचित प्रबंधन से डीजल इस्तेमाल में कमी आई है । डीजल की खपत में कमी के चलते कार्बन उत्सर्जन में भी गिरावट आती है, जो की पर्यावरण को हरित रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है तथा ग्लोबल वार्मिंग की रोकथाम में सहायक है।
इसके साथ ही झांसी मंडल द्वारा सौर ऊर्जा के उत्पादन द्वारा भी रेल राजस्व की बचत की जा रही है । दिसम्बर 22 में मंडल के सोलर प्लांट द्वारा 70,149 यूनिट बिजली का उत्पादन किया गया , जिससे रू 2,18,097/- के राजस्व की बचत हुई । वहीं वित्तीय वर्ष के दौरान दिसम्बर 22 तक कुल रू 27,18,318/- के राजस्व की बचत की जा चुकी है ।
वैभव सिंह
बुंदेलखंड कनेक्शन