झांसी। बुंदेलखंड के झांसी स्थित रानी लक्ष्मीबाई केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय एवं भारतीय किसान संघ, कानपुर प्रांत के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित दो दिवसीय किसान प्रशिक्षण वर्ग का समापन प्रदेश महामंत्री राज सिंह चौहान के प्रेरणादायक उद्बोधन के साथ हुआ।
राज सिंह चौहान ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि प्रशिक्षण से संगठनात्मक क्षमता का विकास होता है और यह विकास ग्राम, ब्लॉक एवं जिला स्तर तक संगठन को सशक्त बनाने में सहायक सिद्ध होगा। संगठन के कार्यों को गति देने हेतु 10 प्रमुख आयामों — युवा प्रमुख, महिला प्रमुख, विद्युत, दलहन, जल, विपणन आदि विभागों के माध्यम से प्रशिक्षित कार्यकर्ताओं द्वारा ग्राम समितियों तक पहुंचाया जाएगा, इससे किसानों के जीवन में गुणात्मक परिवर्तन संभव होगा।
कानपुर प्रांत अध्यक्ष साहब सिंह चौहान ने भारतीय किसान संघ की स्थापना से लेकर वर्तमान उपलब्धियों की यात्रा को साझा करते हुए बताया कि संगठन के आज चार लाख से अधिक सक्रिय सदस्य देशभर में किसानों की समस्याओं के समाधान हेतु कार्य कर रहे हैं।

झाँसी जिलाध्यक्ष राजेंद्र नायक ने *”साधना का पथ कठिन है”* गीत की प्रस्तुति देकर उपस्थितजनों को भावविभोर कर दिया।
कार्यक्रम में संगठन मंत्री कमलेश , साहब सिंह चौहान, शिवराज सिंह, अरुण सक्सेना, राधेश्याम तिवारी, हरपाल प्रजापति, सोहनलाल विश्वकर्मा, मनीष (प्रांत मंत्री), विनय उपाध्याय, केहर सिंह बुंदेला, महिला प्रमुख पूर्णावंती, कृष्णा, आशीबाई, संगठन मंत्री आनंद समेत सात जिलों — महोबा, बांदा, झांसी, हमीरपुर, ललितपुर, जालौन एवं चित्रकूट के प्रतिनिधि कार्यकर्ताओं एवं किसानों ने सहभागिता की।
रानी लक्ष्मीबाई केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. अशोक कुमार सिंह के नेतृत्व एवं अधिकारियों के सहयोग को आयोजन की सफलता का मूल आधार बताया गया। डॉ. योगेंद्र मिश्रा ने जैविक खेती से संबंधित तकनीकों एवं फायदों पर प्रकाश डाला, जबकि सुनीता, जिला महिला प्रमुख, जालौन ने सेब की खेती की संभावनाओं पर चर्चा की।
कार्यक्रम के अंत में महामंत्री कमलेश सिंह ने सुंदर संचालन करते हुए सभी अतिथियों, अधिकारियों एवं किसानों का आभार व्यक्त किया।
यह प्रशिक्षण वर्ग किसानों के आत्मनिर्भरता और संगठनात्मक सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल साबित हुआ।
वैभव सिंह
बुंदेलखंड कनेक्शन