झांसी 08 जुलाई। बुंदेलखंड के झांसी में दबंगों की दबंगई से आजिज एक गरीब महिला की परेशानी जान संघर्ष सेवा समिति ने केवल मदद का हाथ बढाया बल्कि संगठन के संस्थापक ने बड़ी संख्या में सदस्यों के साथ आज जिलाधिकारी अविनाश कुमार से मुलाकात कर पूरे प्रकरण की जानकारी दी ,जिसके बाद जिलाधिकारी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश दिये।
मामला जनपद के थाना सीपरी बाजार क्षेत्र का है, जहां सरोज वर्मा नाम की एक महिला अपनी जमीन पर ही निर्माण कार्य नहीं कर पा रही थी। उन्होंने कई बार इसकी शिकायत जनपद के वरिष्ठ अधिकारियों से की। अधिकारियों ने निचले क्रम की अधिकारियों को जांच कर आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए लेकिन जांच करने पहुंचे लेखपाल दामोदर दास ने अपना सुरसा सा मुंह खोलकर रूपयों की मांग सामने रख दी।
महिला सरोज स्वयं हृदय रोगी हैं एवं उनके पति लकवा ग्रस्त हैं जिस कारण आर्थिक स्थिति भी अच्छी नहीं है। जब लेखपाल को लगा कि उन्हें कुछ आर्थिक लाभ नहीं हो पा रहा तो उन्होंने जमीन पर कब्जा करने के लिए सांठगांठ कर एक दबंग को खड़ा कर दिया और पीड़ित पक्ष पर राजीनामे का दबाव बनाने लगे।
अपनी ही जमीन पर निर्माण न कर पाने से हताश परिवार जानकारी प्राप्त कर संघर्ष सेवा समिति कार्यालय पहुंचा। जहां उन्होंने पूरे घटनाक्रम की विस्तार से जानकारी संस्थापक डॉ़ संदीप सरावगी को दी। परिवार की दयनीय स्थिति देख डॉ़ सरावगी ने पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने का आश्वासन दिया। डॉ़ सरावगी के आहवान पर आज संघर्ष सेवा समिति के सैकड़ों सदस्य जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे जहां उन्होंने प्रमाण सहित पूरा घटनाक्रम जिलाधिकारी के समक्ष रखा।
जिलाधिकारी से वार्ता के दौरान डॉ- सरावगी ने भ्रष्टाचारी लेखपाल दामोदर दास के निलंबन और दबंग विपक्षियों के खिलाफ भी कानूनी कार्यवाही करने का आग्रह किया। जिलाधिकारी ने भी प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए तुरंत कार्रवाई के निर्देश दिए साथ ही सीपरी बाजार थाना पुलिस को भी निर्माण कार्य पूर्ण कराने में सहयोग के लिए आदेश दिया। वर्षों का प्रयास असफल होने के बाद अपनी जमीन पर स्वामित्व स्थापित होते देख पीड़ित परिवार खुशी से डॉ- सरावगी एवं संघर्ष सेवा समिति के सदस्यों की प्रशंसा करते नहीं थका। वृद्ध दंपति ने डॉक्टर संदीप को उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी साथ ही जिला प्रशासन और जिलाधिकारी का भी आभार व्यक्त किया।
अन्याय के विरुद्ध आवाज बुलंद करना प्रत्येक जागरूक नागरिक का कर्तव्य है लेकिन कई बार देखने को मिलता है कई पीड़ित और असहाय भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाते हैं। समाजसेवी संगठनों कानिर्माण इसीलिए किया जाता है कि लोग एकत्रित होकर अन्याय और भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी आवाज उठा सकें। साथ ही दबंगों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई कर अन्य लोगों को शोषण से बचा सकें।ऐसा ही कुछ काम डॉ़ सरावगी की संघर्ष सेवा समिति आज करने में कामयाब रही।
वैभव सिंह
बुंदेलखंड कनेक्शन