झांसी 29 मार्च । आजादी के अमृत महोत्सव के तहत चल रही देश में निर्मित पहली हाईस्पीड ट्रेन वंदे भारत के झांसी में नहीं रूकने से नाराज कांग्रेसी आज झांसी रेल मंडल प्रबंधक से मिलने पहुंचे ।
वरिष्ठ कांग्रेसी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य के नेतृत्व में कांग्रेस के अन्य नेता एवं पदाधिकारी आज डीआरएम से मिले और अपना विरोध दर्ज कराते हुए ज्ञापन सौंपा। इस दौरान श्री जैन ने कहा कि यदि वंदे भारत ट्रेन आजादी के महोत्सव में चल रही है तो आजादी के लिए हुए पहले संघर्ष की प्रथम दीपशिखा रानी लक्ष्मीबाई की कर्म भूमि झांसी में इस ट्रेन का न रोका जाना बेहद आपत्तिजनक है। इस धरा पर वीरांगना झलकारी बाई और गुलाम गौस खां ने अपनी शहादत दी थी। झांसी स्वतंत्रता आंदोलन का केंद्र रहा है।
श्री जैन ने कहा “ हमने तीन दिन पहले रेल मंत्रालय को इस बारे में ज्ञापन भेजा था और रेल महाप्रबंधक से भी दूरभाष पर बात की थी और आज डीआरएम के समक्ष हम अपना पक्ष रख रहे हैं। झांसी का स्टेशन अपना अलग ऐतिहासिक महत्व रखता है 1880 में बने इस स्टेशन पर इस रूट से गुजरने वाली लगभग हर महत्वपूर्ण ट्रेन का स्टॉपेज है। देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नहेरू के जन्म शताब्दी वर्ष में चली शताब्दी एक्सप्रेस का भी स्टॉपेज झांसी में है। ऐसे में वंदे भारत का स्टॉपेज झांसी न होना बेहद गलत है।”
“ हम इसके लिए संघर्ष करेंगे। अगर यहां नहीं रोका गया तो हम ट्रेन को काले झंडे दिखायेंगे। किसी भी कीमत पर इस ट्रेन को झांसी में रोके बिना आगे जाने नहीं दिया जायेगा।
वैभव सिंह
बुंदेलखंड कनेक्शन