झांसी 27 फरवरी। वर्ल्ड बैंक के कार्यकारी निदेशक और राष्ट्रीय नीति आयोग के निवर्तमान सीईओ परमेश्वरन अय्यर, प्रमुख सचिव नमामि गंगे अनुराग श्रीवास्तव एवं प्रबन्ध निदेशक डाॅ बलकार सिंह ने झांसी जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार के साथ आज बुंदेलखंड के गांव में जल जीवन मिशन को मिल रही सफलता देखने के लिये जनपद के ग्राम समूह पेयजल योजना पुरवां एवं कुरैचा का निरीक्षण किया।
उन्होंने यहां घर-घर तक नल से पहुंचाए जा रहे पेयजल की गुणवत्ता परखी। झांसी के कई गांव में पहुंचकर उन्होंने योजना का लाभ उठा रहे ग्रामीणों से बातचीत की। सुदूर गांव में भी नल से पहुंच रही जल की आपूर्ति देखकर और वह काफी प्रभावित हुए। उन्होंने योजना को जमीन पर उतारने वाले अधिकारियों की तारीफ की।
जल जीवन मिशन के आला अधिकारियों के साथ सुबह 11 बजे से श्री अय्यर ने लगभग आठ घंटे तक झांसी के कई गांव का निरीक्षण किया। वह मुख्यालय से 80 किमी दूर पुरवा ग्रामसभा पेयजल योजना के तहत घाटकोटरा स्थित वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने बताया कि परियोजन में आने वाले 34 ग्रामों में पेयजल की आपूर्ति शुरू की जा चुकी है। यहां प्राथमिक विद्यालय में उन्होंने एफटीके प्रशिक्षित महिलाओं और विलेज वॉटर सप्लाई कमेटी के सदस्यों से वार्ता की। एफटीके समूह की प्रशिक्षित महिला सुश्री नीतू ने उनको पानी की हार्डनेस टेस्टिंग और पीएच टेस्ट करके दिखाया। टेस्ट में पानी की हार्डनेस 300 एवं पीएच मान 7 पाया गया एवं पानी पीने योग्य पाया गया।
इसके उपरान्त उन्होंने पानी की गुणवत्ता को जांचते हुए ग्रामीण श्रीमती श्यामकुंवर के घर पहुंचकर सप्लाई का पानी पीकर स्वच्छ जल की आपूर्ति को सुनिश्चित किया। ग्रामीणों की बरसों की तकलीफों का अंत देखकर और प्रदेश सरकार में हर घर तक स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति शुरू होने से ग्रामीणों के चेहरों पर संतोष देखकर योजना से जुड़े अधिकारियों की सराहना की।
उन्होंने एफटीके लैब का भी निरीक्षण किया। उन्होंने बारीकी से एफटीके की कार्यशैली का जायजा लिया। प्रशिक्षित महिलाओं की ओर से की जा रही जांच और उसके बाद जल जीवन मिशन के पोर्टल पर उसको फीड किये जाने की पूरी प्रक्रिया को देखकर उन्होंने काम की तारीफ की। गांव-गांव में पानी की जांच का जिम्मा संभालने वाली महिलाओं की मजबूत भागीदारी देखकर उन्होंने ताली बजाकर उन सबका उत्साहर्द्धन किया।
वर्ल्ड बैंक के कार्यकारी निदेशक श्री अय्यर ने गांव की महिलाओं से पूछा कि पानी की सप्लाई कब से मिल रही है? दिन में कितनी बार सप्लाई मिलती है? पानी सप्लाई मिलने से कैसा लग रहा है? जैसे सवाल किये और सभी के संतोषजनक उत्तर पाकर प्रसन्नता जतायी। उन्होंने ग्राम प्रधानों से भी जलापूर्ति के बारे में जानकारी ली। जल संचयन का सुझाव भी दिये। ग्रामीणों से सोखता बनाकर जल संरक्षण करने में सहभागिता देने को कहा। गौरतलब है कि दो दिन पहले ही श्री अय्यर ने नीति आयोग के सीईओ के पद को छोड़ा है। श्री अय्यर वर्ल्ड बैंक के नए कार्यकारी निदेशक बनाए गए हैं।
ग्राम पुरवां पेयजल परियोजना का निरीक्षण करने के उपरान्त उन्होंने कुरैचा वाटर ट्रीटमेन्ट प्लाण्ट एवं इन्टेक वेल का निरीक्षण किया। जिलाधिकारी द्वारा उन्हें कार्य की प्रगति के संबंध मे जानकारी देते हुए बताया कि अभी मात्र 74 में से 9 ग्राम में पाईप पेयजल की आपूर्ति की जा रही है।उन्होंने निर्माण कार्य पूर्ण कर समस्त ग्राम में पेयजल की आपूर्ति किये जाने के निर्देश दिये।
इसके उपरान्त उन्होंने ग्राम रूपा धमना ब्लाॅक मऊरानीपुर में अमृत सरोवर का निरीक्षण किया एवं ग्राम प्रधान तथा उपस्थित ग्रामीणों से पेयजल की आपूर्ति के संबंध में जानकारी प्राप्त की। अधिशासी अभियन्ता उ.प्र. जल निगम ग्रामीण, झांसी द्वारा अवगत कराया गया कि उक्त ग्राम जल जीवन मिशन के इमलौटा ग्राम समूह पेयजल योजना से आच्छादित है। ग्राम बरौरी में वर्तमान में ओएचटी का कार्य 40 प्रतिशत पूर्ण हो चुका है। उन्होंने निर्देश दिये कि ओएचटी के कार्य को शीघ्र पूर्ण कर पेयजल की आपूर्ति शुरू की जाये।
इस अवसर पर नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग के प्रमुख सचिव श्री अनुराग श्रीवास्तव, जल निगम ग्रामीण के एमडी डॉक्टर बलकार सिंह, जिलाधिकारी श्री रविंद्र कुमार, मुख्य विकास अधिकारी श्री जुनैद अहमद, अपर जिलाधिकारी नमामि गंगे श्री ए के सिंह सहित उप जिलाधिकारी मऊरानीपुर अधिशासी अभियंता जल निगम अन्य विभागीय अधिकारी व बड़ी ग्रामीण बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे।
वैभव सिंह
बुंदेलखंड कनेक्शन