झांसी । बुंदेलखंड के झांसी जनपद में भूगर्भ जल विभाग की ओर से इन दिनों विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है ,इसी क्रम में आयोजित एक कार्यक्रम में डीआईजी केशव कुमार चौधरी ने जल संरक्षण के महत्त्व को रेखांकित किया ।
भूगर्भ जल विभाग की ओर से कोछाभांवर स्थित जयप्रकाश नारायण सर्वोदय विद्यालय में “भूजल संरक्षण एवं उसका कुशल प्रबन्धन“ विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि डीआईजी केशव कुमार चौधरी, अर्थ एवं सांख्यिकी विभाग के उप निदेशक एसएन त्रिपाठी, पीडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियंता दीपांकर चौधरी ने दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया । बच्चों ने सभी अतिथियों को तिलक लगाकर उसका स्वागत किया।
भूजल सप्ताह “जल सुरक्षित तो कल सुरक्षित“ के 6वें दिन आयोजित संगोष्ठी में बतौर मुख्य अतिथि डीआईजी ने कहा ” जल संरक्षण के प्रति चेतना विकसित कर हम सभी लोगों को भूजल बचाने में अपनी भूमिका अदा करनी होगी। भूजल के कुशल प्रबन्धन को अपनाकर ही सामुदायिक सहभागिता से ही बदलाव लाया जा सकता है। पानी की एक-एक बून्द का महत्व समंझना होगा तभी हम आने वाली पीढ़ियों को एक सुरक्षित कल दे सकेंगे।”
कार्यक्रम में कक्षा 11 के छात्र आशिक राज एवं कृष्णा वंशकार ने “स्वागतम-स्वागतम आपका“ गीत गुनगुनाया, फिर भूगर्भ जल विभाग के नोडल अधिकारी मनीष कुमार कन्नौजिया ने सभी को जल शपथ दिलाकर पानी बचाने का संकल्प दिलाया। साथ ही भूजल संरक्षण के उपायों पर विस्तार से चर्चा कर जल का महत्व समझाया। कक्षा 10 के छात्र निशांत प्रजापति ने जल की उपयोगिता को बयां कर वर्षा जल संचयन, माइक्रो इरिगेशन सिस्टम, फसल चक्र परिवर्तन आदि विषयों की जानकारी दी।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर कॉलेज के प्रधानार्चाय केके पाठक ने विद्यालय की वार्षिक प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत कर जल आंदोलन को जन आंदोलन बनाने की अपील की। पीडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियंता दीपांकर चौधरी ने कहा कि, जल ही जीवन है। बिना जल के जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती। भूजल संरक्षण के प्रति सरकार गम्भीरता से कई योजनाएं संचालित कर रही है, लेकिन केवल सरकारी प्रयासों से ही बात नहीं बनेगी। अंत में विद्यालय परिसर में अमरूद, आम सहित अन्य फलदार पौधे लगाकर कार्यक्रम का समापन किया गया।
मंच संचालन ममता साहू ने किया। इस मौके पर भगर्भ जल विभाग के सहायक भू-भौतिकविद आकाश दीप, विद्यालय के उप प्रधानाचार्य डॉ. सुनील कुमार सिंह, आईईसी एक्सपर्ट मोहम्मद हैदर, एग्रीकल्चर एक्सपर्ट शैलेश कुमार सिंह, पंकज गौतम, राखी वर्मा, देवेन्द्र कुमार रायकवार, शोभित कुमार, राजकुमार एवं लखन लाल सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।
जल संरक्षण के प्रति बच्चों में चेतना विकसित करने के लिए अर्थ एवं सांख्यिकी विभाग के उप निदेशक एसएन त्रिपाठी ने विद्यालय के प्रधानाचार्य से प्रतिदिन होने वाली प्रार्थना सभा में जल शपथ को शामिल करने की अपील की। उन्होंने कहा कि, शुरूआत से ही बच्चों को जल संरक्षण एवं उसके कुशल प्रबन्धन के प्रति जागरूक करना होगा, तभी उनमें जल संरक्षण की चेतना विकसित होगी। कहा कि, छोटे-छोटे प्रयासों से ही बड़े बदलाव सम्भव है। उतना ही पानी प्रयोग करें, जितनी की आवश्यकता है।
भूजल संरक्षण विषय पर विद्यालय में आयोजित निबंध एवं पोस्टर प्रतियोगिता के विजेता बच्चों को सम्मानित किया गया। अतिथियों ने प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान पानी वाले बच्चों को स्मृति चिन्ह एवं प्रशस्त्री-पत्र भेंट किया। निबन्ध प्रतियोगिता जूनियर में पुनीत को प्रथम, रितेश कुमार को द्वितीय, करन को तिृतीय पुरस्कार मिला। जबकि, सीनियर कटेगरी में निशांत को प्रथम, अनुज पाल को द्वितीय एवं आशिक राज को तिृतीय पुरस्कार से नवाजा गया। इसी तरह पोस्टर प्रतियोगिता जूनियर में गौरव को प्रथम, समर को द्वितीय एवं राधवेन्द्र तिृतीय स्थान पर रहे। जबकि, सीनियर कटेगरी में शनि ने प्रथम, अभिषेक ने द्वितीय एवं प्रदीप चौधरी ने तिृतीय स्थान प्राप्त किया।