झांसी 05 जुलाई । बुंदेलखंड के झांसी राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) कर्मियों के कथित वसूली के वायरल वीडियो पर जांच के बाद पुलिस उपाधीक्षक रेलवे नईम खान मंसूरी ने शुक्रवार को आरोपों को बेबुनियाद बताया।
रेलवे स्टेशन के बाहर ऑटो चालकों का एक वीडियों सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था जिसमें जीआरपी पुलिसकर्मी उनसे पैसे लेेते नजर आ रहे हैं। वायरल वीडियो में बताया जा रहा था कि जीआरपी पुलिसकर्मी लगातार इस तरह से अवैध वसूली में लगे हैं।


वायरल वीडियो का संज्ञान लेते हुए रेलवे पुलिस उपाधीक्षक ने मामले की जांच करायी और जांच के बाद आये निष्कर्षों पर श्री मंसूरी ने कहा कि सोशल मीडिया पर जीआरपी थाना झांसी से संबंधित एक वीडियो वायरल हो रहा है , जिसमें कुछ पुलिसकर्मी वसूली करते हुए दिखायी दे रहे हैं। इस संबंध में प्रभारी निरीक्षक झांसी से जांच करायी गयी। जांच में पाया गया कि जीआरपी पुलिसकर्मियों द्वारा 34 पुलिस एक्ट के तहत चालानी की कार्रवाई की जा रही थी और किये गये चालान के तहत पैसा लिया जा रहा है। जांच में वसूली का कोई साक्ष्य नहीं मिला है।
वैभव सिंह
बुंदेलखंड कनेक्शन
