झांसी 02 सितंबर । उत्तर प्रदेश सरकार की मंशा के अनुरूप झांसी जनपद में मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) जुनैद अहमद ने बच्चों ,किशोरियों और महिलाओं के पोषण स्तर में सुधार के उद्देश्य के साथ राष्ट्रीय पोषण माह कार्यक्रम का सोमवार को शुभारंभ किया।
इस अवसर में जनपद में बडागांव के मैरी आंगनवाडी केंद्र पर कार्यक्रम की शुरूआत करते हुए श्री अहमद ने कुपोषण मुक्त जनपद बनाने के अभियान में अधिकारियों से जुड़ने अपील की, वहीं कुपोषण के खिलाफ सरकार द्वारा चलाए जा रहे अभियान को एक जनआंदोलन बनाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि देश से कुपोषण मिटाना एक बड़ी चुनौती है, इसलिए सभी को मिलकर इस चुनौती से पार पाना होगा।

उन्होंने कहा कि कोई भी राष्ट्र अथवा प्रदेश तब तक समृद्ध नहीं हो सकता जब तक उसकी राष्ट्रीय आधारशिला मजबूत नहीं होगी। उन्होंने कहा कि मां कुपोषित है तो बच्चा कभी सुपोषित नही हो सकता, इसलिए मां के साथ बच्चों केस्वास्थ्य पर भी ध्यान देना होगा।
सीडीओ ने पोषणमुक्त भारत के अभियान से सभी से जुड़ने की अपील करते हुए कहा कि प्रदेश के लिए कुपोषण मिटाना एक बड़ी चुनौती है। उन्होंने कहा कि छह वर्षों में बाल विकास एवं पुष्ठाहार विभाग की योजनाओं के अच्छे परिणाम सामने आए हैं इसलिए पोषण माह को चार श्रेणियों में बाटकर संचालित करने का फैसला किया गया है।
पहले सप्ताह में पोषण वाटिका पर पौधाकरण, दूसरे सप्ताह में आंगनबाड़ी लाभार्थियों को पोषण किट वितरण, तीसरे सप्ताह में योग और आयुष और चौथे सप्ताह में सैम बच्चों की पहचान और उनके लिए सामुदायिक रसोई का निर्माण का विशेष अभियान जनपद में चलाया जाएगा।
राष्ट्रीय पोषण माह 01 सितम्बर से 30 सितम्बर 2024 तक जनपद के सभी केन्द्रों पर मनाया जायेगा। आज कार्यक्रम के शुभारंभ के दौरान केन्द्र पर दो गर्भवती महिलाये रोशनी पत्नी श्री मोहन, अंजू पत्नी श्री सुरेन्द्र की गोदभराई एवं दो बच्चे सनी पिता श्री मोनू, दीपाली पिता श्री हुकुम का अन्नप्राशन कराया गया।
इस अवसर पर विभागीय स्टॉल लगाकर पोषाहार से निर्मित व्यंजनों का प्रदर्शन किया गया एवं स्वास्थ विभाग का स्टॉल लगाकर स्वास्थ्य जांच की गयी।
वैभव सिंह
बुंदेलखंड कनेक्शन