झांसी 10 अक्टूबर । उत्तर प्रदेश सरकार ने सिखों के दसवें और अंतिम गुरू गोविंद सिंह की जयंती के उपलक्ष्य में मानवाधिकारों की रक्षा, सामाजिक न्याय एवं राष्ट्रीय एकीकरण के क्षेत्र में सर्वोत्कृष्ट कार्य करने वाले और इस हेतु समर्पित रहने वाले लोगों को सम्मानित करने के लिए आवेदन मांगे हैं।
इस संबंध में अपर प्रमुख सचिव, उप्र शासन, राष्ट्रीय एकीकरण अनुभाग द्वारा अवगत कराया गया है कि वर्ष 2023-24 के लिए ‘‘गुरू गोविन्द सिंह राष्ट्रीय एकता पुरस्कार’’ के लिए प्रस्ताव आमंत्रित किया जाना है। प्रदेश में रहने वाले लोगों में से यदि कोई व्यक्ति, जिसने मानवाधिकारों की रक्षा, सामाजिक न्याय एवं राष्ट्रीय एकीकरण के क्षेत्र में सर्वोत्कृष्ट कार्य किया हो तथा इस हेतु पूर्णतः समर्पित रहे हों, को सार्वजनिक रुप से सम्मानित किया जायेगा और प्रदेश सरकार द्वारा ऐसे सम्मानितों को गुरु गोविन्द सिंह जी के जन्मदिवस 05 जनवरी पर‘‘गुरू गोविन्द सिंह राष्ट्रीय एकता पुरस्कार’’ के साथ साथ एक लाख का नगद पुरस्कार तथा प्रशस्ति पत्र भी दिया जायेगा।
उक्त पुरस्कार हेतु ऐसे व्यक्ति जो भारत का मूल नागरिक हो, उत्तर प्रदेश राज्य की सीमा के भीतर पुरस्कार पर विचार किये जाने के वर्ष में सामान्यतया निवास कर रहा हो ,मानवाधिकार, सामाजिक न्याय व राष्ट्रीय एकीकरण के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान रहा हो और ‘‘गुरू गोविन्द सिंह राष्ट्रीय एकता पुरस्कार योजना’’ के अधीन पूर्व में इस राज्य सरकार द्वारा पुरस्कार न दिया जा चुका हो, आवेदन कर सकते हैं।
जनपद के पात्र महानुभावों से उक्त पुरस्कार हेतु प्रस्ताव, उसके द्वारा किए गए महत्वपूर्ण कार्यों का तथ्यात्मक विवरण एवं अभिलेखीय साक्ष्यो के साथ संलग्न प्रारूप में स्पष्ट, आख्या एवं संस्तुति सहित शासन को प्रत्येक दशा में दिनांक 31 अक्टूबर 2023 तक चार प्रतियों में अवश्य उपलब्ध कराये जाने की अपेक्षा की गयी है, जिससे नियमानुसार उनके नामों पर विचार हेतु शासन को समय से प्रस्ताव प्रेषित किया जा सके।
वैभव सिंह
बुंदेलखंड कनेक्शन