झांसी 30 अक्टूबर । वीरांगना नगरी झांसी के नगर निगम की ओर से नगर दिवस तिथि को लेकर शासन को भेजी गयी रिपोर्ट पर व्यापक जनाक्रोश को देखते हुए एक नयी पुनर्विचार समिति गठित करने का आदेश जारी कर दिया गया है।
झांसी मेयर रामतीर्थ सिंघल ने बुंदेलखंड कनेक्शन से विशेष बातचीत में कहा कि नगर दिवस उत्सव के आयोजन को लेकर एक तिथि शासन की ओर से एक प्रमाणिक तिथि मांगी गयी थी जिसके बाद नगर निगम स्थापना की तिथि का ही प्रमाण होने के कारण यह तिथि (सात फरवरी 2002) ही नगर दिवस के रूप में मनाये जाने के लिए शासन को प्रेषित रिपोर्ट में भेज दी गयी थी लेकिन इसके बाद नगर के इतिहास के साथ छेड़छाड़ किये जाने के जो आरोप लगाये जा रहे हैं। जिस तरह का विवाद खड़ा हो गया है , देखते हुए एक पुनर्विचार समिति का गठन कर दिया गया है।
रूप में मनाये जाने के लिए शासन को प्रेषित रिपोर्ट में भेज दी गयी थी लेकिन इसके बाद नगर के इतिहास के साथ छेड़छाड़ किये जाने के जो आरोप लगाये जा रहे हैं। जिस तरह का विवाद खड़ा हो गया है , देखते हुए एक पुनर्विचार समिति का गठन कर दिया गया है।
इस संबंध में नगर निगम की ओर से दी गयी जानकारी में बताया गया कि शासन द्वारा प्रदेश के नगरो का जन्मदिवस मनाये जाने हेतु दिए गए निर्देशों के क्रम में झांसी नगर के सृजन की तिथि नियत कर “ नगर दिवस” के रूप में उत्सव मनाए जाने के संबंध में जनसामान्य की भावनाओं को दृष्टिगत रखते हुए महापौर रामतीर्थ सिंघल के निर्देशों के क्रम में समिति द्वारा पूर्व में की संस्तुति पर पुनर्विचार हेतु उनकी अध्यक्षता में समिति का गठन किया जाएगा ।
इस समिति में जनप्रतिनिधियों व जन सामान्य , तथा इतिहासविदो से सुझाव और प्रस्ताव प्राप्त किये जायेंगे। जनभावनाओं का समादर करते हुए निर्णय लेकर झांसी नगर का “ नगर दिवस ” रूप में उत्सव मनाये जाने की तिथि निर्धारित की जायेगी।