झांसी । बुंदेलखंड में झांसी स्थित बुंदेलखंड विश्वविद्यालय (बीयू ) में विश्व वास्तुकला दिवस के उपलक्ष्य में वास्तुकला संस्थान द्वारा एक भव्य एवं प्रेरणादायक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
विश्वविद्यालय के गांधी सभागार में आयोजित कार्यक्रम में आईक्यूएसी के निदेशक प्रो. सुनील काबिया जी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। प्रो. काबिया ने अपने संबोधन में वास्तुकला एवं नगर नियोजन संस्थान की राष्ट्रीय स्तर पर आईआईआरएफ रैंकिंग — राष्ट्रीय स्तर पर 35वीं तथा राज्य स्तर पर 4वीं — की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि किस प्रकार यह संस्थान विश्वविद्यालय में अपनी विशिष्टता और महत्व को बनाए रखते हुए शिक्षा एवं नवाचार के क्षेत्र में निरंतर योगदान दे रहा है।
उन्होंने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा “एक वास्तुकार, छात्र और डिज़ाइन प्रेमी के रूप में आपका कार्य एक मौन शक्ति है, जो हमारे जीवन, संबंधों और भावनाओं को आकार देता है। आप अव्यवस्था को समरसता में, इतिहास को धरोहर में और कल्पना को वास्तविकता में बदलते हैं। चाहे वह एक साधारण घर हो या गगनचुंबी इमारत, आपकी डिज़ाइन पीढ़ियों तक कहानियाँ सुनाती हैं। इसलिए कल्पना करते रहिए, रेखांकन करते रहिए।” उन्होंने छात्रों को शुभकामनाएं भी दीं।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विभाग की निर्देशिका प्रो. सोमा अनिल मिश्रा ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया और अपने उद्बोधन में कहा कि विश्व वास्तुकला दिवस हमें यह प्रेरणा देता है कि हम पर्यावरण की रक्षा करते हुए, प्रत्येक प्राणी का ध्यान रखते हुए उत्कृष्ट वास्तुकार बनें।
इस अवसर पर संस्थान के प्रोफेसर एम.एस. खान, प्रो. नीरज गुप्ता, आर्किटेक्ट संदीप मिश्रा, रीना गर्ग, अरविंद कुमार सिंह, प्रदीप कुमार यादव, सुरजीत सिंह, शादी लाल, अंकित सिंह, राहुल पाठक, इंजीनियर देवेश पांडे तथा अन्य गैर-शैक्षणिक कर्मचारी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम को और भी यादगार बनाने हेतु वास्तुकला एवं इंटीरियर डिज़ाइन के छात्रों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए, जिसमें रचनात्मकता और नवाचार की झलक स्पष्ट रूप से दिखाई दी।
वैभव सिंह
बुंदेलखंड कनेक्शन