झांसी। बुंदेलखंड के झांसी मण्डल में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता को और अधिक सुदृढ़, पारदर्शी एवं मरीज-केन्द्रित बनाने के लिये सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में अब “फीडबैक सिस्टम” की स्थापना की जा रही है।
मण्डलायुक्त बिमल कुमार दुबे के निर्देशन से यह महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। मण्डल के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में स्थापित होने जा रहे फीडबैक सिस्टम के माध्यम से लाभार्थी अपना सेवा अनुभव डिजिटल माध्यम से दे सकेगा। यदि मरीज सेवाओं से संतुष्ट नहीं होता है तो इसका सीधा फीडबैक उच्चाधिकारियों तक पहुँचेगा और सुधार के लिये आवश्यक कार्यवाही होगी।
इस पहल से झांसी मण्डल के 23 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों को प्रथम चरण में टचस्क्रीन फीडबैक मशीनें लगायी जा रही हैं। मरीज या उनके परिजन इस मशीन के संकेतकों को छूकर/टच कर चिकित्सकीय सेवाओं, स्टाफ के व्यवहार, दवा उपलब्धता, सफाई व्यवस्था आदि पहलुओं पर अपनी राय दर्ज कर सकेंगे।
इस पहल “जनभागीदारी” से कार्यक्रमों के क्रियान्वयन और सुधार को बल मिलेगा, जिसमें आमजन स्वयं सेवाओं की गुणवत्ता निर्धारण की प्रक्रिया में भागीदार बनेंगे।
मण्डलीय परियोजना प्रबंधक, एन.एच.एम. आनन्द चौबे ने बताया कि यह पहल न केवल मरीजों की संतुष्टि सुनिश्चित करेगी, बल्कि उनके अमूल्य सुझावों और प्रतिक्रियाओं के आधार पर सेवा प्रणाली में सतत सुधार भी किये जायेंगे। प्राप्त फीडबैक की नियमित समीक्षा की जाएगी और आवश्यकतानुसार तत्काल सुधारात्मक कदम उठाए जाएंगे।
मण्डलायुक्त ने सभी से अपील की है कि जब भी वे स्वास्थ्य केंद्रों जायें तो केवल उपचार कराकर वापस न आयें बल्कि उपलब्ध फीडबैक सुविधा का अधिकतम उपयोग करें तथा अपनी राय, सुझाव अथवा शिकायतें दर्ज कराकर स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक प्रभावी एवं उत्तरदायी बनाने में सहयोग प्रदान करें।
उक्त संबंध में सी.एम.ओ. झाँसी डा. सुधाकर पाण्डेय ने बताया कि फीडबैक मशीनें लगाये जाने का कार्य प्रारंभ कर दिया गया है, पहली मशीन सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बरूआसागर में लगायी गयी है, शीघ्र ही जनपद के सभी सी.एच.सी. पर ये मशीने लगा दी जायेंगी। बरूआसागर के चिकित्सा अधीक्षक डा. बी.एस. राजपूत ने बताया कि मरीजों को फीडबैक देने के लिये प्रेरित किया जा रहा है, भविष्य में इससे प्राप्त फीडबैक को आधार बनाकर सुधार किया जायेगा।