मण्डलायुक्त  बिमल कुमार दुबे

मरीज को बिना कारण रेफर करने पर होगी कार्यवाही: मण्डलायुक्त

//

झांसी । बुंदेलखंड के झांसी मण्डलायुक्त  बिमल कुमार दुबे ने स्वास्थ्य कार्यक्रमों की मण्डलीय समीक्षा करते हुये स्वास्थ्य कार्यकर्मों के प्रति संवेदनशील रहकर कार्य करने के निर्देश दिये।

उन्होंने स्वास्थ्य सम्बन्धी जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ आम-जन को समय से उपलब्ध कराने हेतु गहन समीक्षा करते हुये झांसी मण्डल के तीनों जनपदों झांसी, ललितपुर एवं जालौन के मुख्य चिकित्साधिकारियों को निर्देशित किया।
समीक्षा के दौरान मण्डलायुक्त ने मरीजों को अनावश्यक रेफरल करने सम्बन्धी प्रकरणों पर निर्देश दिये कि अब किसी भी मरीज को बिना ठोस और औचित्यपूर्ण कारण के उच्च चिकित्सा केंद्र पर रेफर करने की प्रक्रिया को गंभीरता से लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि अनावश्यक रेफरल करने से मरीजों के समय और धन की बर्बादी होती है और इससे उन्हें अनावश्यक मानसिक तनाव का भी सामना करना पड़ता है। मरीजों की रेफरल की प्रक्रिया पारदर्शी बनाये जाने पर जोर दिया और अनावश्यक रेफरल करने की स्थिति में सम्बन्धित चिकित्साधिकारी/स्वास्थ्य कर्मी के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही के निर्देश दिये।
 मण्डलायुक्त ने स्वास्थ्य कर्मियों को निर्देश दिये हैं कि प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों की सुविधाओं का अधिकतम उपयोग किया जाए, ताकि अधिकतर मरीजों का इलाज स्थानीय स्तर पर ही हो सके।
 मण्डलायुक्त ने कहा कि राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य (आर.बी.एस.के.) के अन्तर्गत जन्मजात विकृतियों/स्वास्थ्य समस्याओं के बच्चों को चिन्हित करने के लिये शिक्षा विभाग व आँगनबाड़ी के साथ अभियान चलाया जाये, इस कार्यक्रम में निजी नर्सिंग होम्स में होने वाले प्रसवों को जोड़ने के लिये नोडल अधिकारी कार्यवाही करें। उन्होने निर्देश दिये कि स्कूलों और आंगनवाड़ी केंद्रों पर स्वास्थ्य जांच और स्क्रीनिंग के दायरे को बढ़ाया जाए। साथ ही, दूरदराज के इलाकों और ग्रामीण क्षेत्रों में इस कार्यक्रम का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाए।
राष्ट्रीय टीबी नियंत्रण कार्यक्रम की समीक्षा के दौरान लाभार्थियों को निःक्षय पोर्टल योजना के अन्तर्गत मिलने वाले भगुतान पर जोर दिया। राष्ट्रीय अन्धता कार्यक्रम की समीक्षा के दौरान मोतियाबिन्द के आपरेशन कम पाये जाने पर असंतोष व्यक्त करते हुये तीनों सीएमओ से अगले तीन माह में लक्ष्यपूर्ति के लिये कार्ययोजना बनाये जाने के निर्देश दिये।
 मण्डलायुक्त ने सभी अपर/उप मुख्य चिकित्साधिकारियों को निर्देश दिये है कि वे अपने आबंटित क्षेत्र का प्रत्येक माह भ्रमण करें जिसकी भ्रमण आख्या जारी की जाये, भ्रमण के दौरान प्रयास किया जाये कि नेशनल क्वालिटी स्टैन्डर्ड सर्टिफिकेशन के गैप को दूर किया जा सके।
डिजिटल मिशन हैल्थ के अन्तर्गत सभी सीएचसी पर एचएमआईएस साल्यूशन लागू किये जाने के निर्दश दिये गये तथा ओपीडी में टोकन सिस्टम लगाये जाने के भी निर्देश दिये गये। 30 वर्ष से अधिक आयुवर्ग के सभी व्यक्तियों की स्क्रीनिंग किये जाने के भी निर्देश दिये गये।
बैठक का संचालन मण्डलीय परियोजना प्रबंधक सिफ्सा/एनएचएम आनन्द चौबे ने किया। बैठक में अपर निदेशक स्वास्थ्य डा. सुमन, सीएमओ झांसी डा. सुधाकर पाण्डेय, सीएमओ जालौन डा. एनडी शर्मा, सीएमओ ललितपुर डा. इम्तियाज अहमद, जिला अस्पताल के सीएमएस डा. पीके कटियार, जिला महिला अस्पताल के सीएमएस डा. राजनारायण, एसीएमओ, डिप्टी सीएमओ यूनीसेफ के प्रतिनिधि सहित सम्बन्धित स्वास्थ्य कर्मी उपस्थित रहे।

वैभव सिंह

बुंदेलखंड कनेक्शन

Leave a Reply

Your email address will not be published.

Previous Story

लोगों को जागरुक करने को निकली गयी रन फॉर सड़क सुरक्षा रैली

Next Story

अमृता शेरगिल की जयंती पर आयोजित होगी “अमृत उत्सव 2025” कला प्रदर्शनी

Latest from Jhansi

आईएएस अधिकारी संतोष वर्मा के आपत्तिजनक बयान पर भड़के झांसी के ब्राह्मण समाज ने सौंपा ज्ञापन

झांसी। राष्ट्रीय ब्राह्मण महासंघ की झांसी इकाई ने आईएएस अधिकारी संतोष वर्मा के ब्राह्मण कन्याओं को