झांसी 17 अक्टूबर । उत्तर प्रदेश की वीरांगना नगरी झांसी में त्योहारी सीजन के दौरान लोगों को गड्ढा मुक्त सुचारू सड़के मुहैया कराने के साथ साथ सुरक्षा व्यवस्था को चाक चौबंद करने के साथ लोगों की अन्य जरूरतों को भी पूरा करने के लिए प्रयास शुरू कर दिये हैं।
जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने इस क्रम में आज आज यहां अपने सरकारी आवास पर आगामी दीपावली एवं छठ पूजा पर्व के सुचारु आयोजन, अतिवृष्टि के बीच राहत कार्यों को तेज करने, आम जन को स्वास्थ्य सुविधाओं की सुलभ उपलब्धता आदि महत्वपूर्ण विषयों के सम्बन्ध में ज़ूम एप के माध्यम से तैयारियों की समीक्षा करते हुए पुलिस/जिला प्रशासन के अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने कहा कि बेहतर कानून-व्यवस्था, सतत संवाद से जनपद में सभी पर्व व त्योहार शांति और सौहार्द पूर्ण माहौल में सम्पन्न हो रहे हैं। रक्षाबंधन, श्रीकृष्ण जन्माष्टमी, दुर्गा पूजा, दशहरा और श्रावणी मेले सहित ईद, बक़रीद, बरावफ़ात, मुहर्रम आदि पर्वों पर जनपद में सुखद माहौल रहा।
उन्होंने कहा कि बेहतर टीमवर्क और जनसहयोग का यह क्रम सतत जारी रखा जाए।आगामी पर्व और त्योहार शांति और सौहार्द के बीच सम्पन्न हों, इसके लिए जरूरी प्रयास किए जाएं। शरारतपूर्ण बयान जारी करने वालों के साथ जीरो टॉलरेंस की नीति के साथ कड़ाई से पेश आएं। माहौल खराब करने की कोशिश करने वाले अराजक तत्वों के साथ पूरी कठोरता बरती जाने के निर्देश।
जिलाधिकारी ने कहा कि आने वाले दिनों में एक के बाद एक त्योहारों को देखते हुए कानून-व्यवस्था को लेकर पूरी सतर्कता और सावधानी बरती जाए।
पटाखों की दुकानों व गोदामों को आबादी से दूर होना सुनिश्चित कराया जाए। उन्होंने पटाखों की बिक्री हेतु पहले आओ पहले पाओ के अनुसार ही लाइसेंस दिए जाने के निर्देश देते हुए कहा कि जहां पटाखों का क्रय-विक्रय हो, वहां फायर टेंडर के पर्याप्त इन्तजाम किए जाएं, मुख्य शमन अधिकारी को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिये।
उन्होंने कहा कि घटना की जानकारी होने पर तत्काल कार्रवाई शुरू करने ताकि दुर्घटना पर जल्द काबू पाया जा सके। पटाखे बिक्री के दौरान पुलिस बल की सक्रियता भी बनी रहे। पटाखों की दुकान खुले स्थान पर हो। पर्यावरण और स्वास्थ्य की दृष्टि से अति संवेदनशील पटाखों के क्रय-विक्रय को हतोत्साहित किया जाए। अधिक आवाज अथवा सीरीज वाले पटाखों का प्रयोग ना करने का सुझाव ग्रीन पटाखों के प्रयोग पर बल दिया
जिलाधिकारी ने कहा कि छोटी सी घटना लापरवाही के कारण बड़े विवाद का रूप ले सकती है। त्वरित कार्रवाई और संवाद-सम्पर्क अप्रिय घटनाओं को संभालने में सहायक होती है। किसी भी अप्रिय घटना की सूचना पर बिना विलम्ब किए, वरिष्ठ अधिकारी खुद मौके पर पहुंचे। संवेदनशील प्रकरणों में वरिष्ठ अधिकारी लीड करें।
उन्होंने कहा कि थाना, सर्किल, जिला स्तर पर तैनात वरिष्ठ अधिकारीगण अपने-अपने क्षेत्र में समाज के प्रतिष्ठित जनों के साथ संवाद बनाएं। लोगों के लिए सकारात्मक संदेश जारी कराएं। मीडिया का सहयोग लें, ताकि शांति और सौहार्द का माहौल बना रहे। पर्व और त्योहार खुशियों का अवसर होते हैं। हर व्यक्ति उल्लास, उमंग और आह्लाद में होता है। ऐसे में शरारती तत्व दूसरे सम्प्रदाय के लोगों को अनावश्यक उत्तेजित करने की कुत्सित कोशिश कर सकते हैं। इसके दृष्टिगत पुलिस प्रशासन पूरी सावधानी व सतर्कता बरतें।
जिलाधिकारी ने कहा कि नगर की जरूरत के अनुसार ट्रैफिक प्लान तैयार कर लें और यह सुनिश्चित किया जाए कि बाजार आने वाले लोगों को अत्यधिक ट्रैफिक की वजह से असुविधा न हो। संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की जाए। हर दिन सायंकाल पुलिस बल फुट पेट्रोलिंग जरूर करें साथ ही पीआरवी 112 एक्टिव रहे। पर्व और त्योहारों के इस उल्लासपूर्ण माहौल में लोगों के आवागमन में बढ़ोत्तरी स्वाभाविक है। बड़ी संख्या में लोग अपने घर जाते हैं। ऐसे में परिवहन विभाग द्वारा ग्रामीण रूट पर बसों की संख्या बढ़ाई जाए। खराब हालत वाली बसों को सड़क पर कतई न चलने दें।
पर्व और त्योहारों के बीच ग्रामीण हो या शहरी क्षेत्र, पर्व, त्योहारों के दौरान बिजली आपूर्ति सुचारु रखी जाए। कहीं से भी अनावश्यक कटौती की शिकायत न आए। इसकी नियमित समीक्षा की जाए। उन्होंने कहा कि खाद्य वस्तुओं में मिलावट आमजन के जीवन से खिलवाड़ है। ऐसी प्रवृत्ति को किसी भी सूरत में सहन नहीं किया जाएगा। पर्व, त्योहारों के दृष्टिगत अभिहित अधिकारी खाद्य पदार्थों की जांच की कार्रवाई तेज की जाए। मिलावटी खाद्य पदार्थों के बिक्री की हर शिकायत पर तत्काल कार्यवाही हो। उन्होंने मिशन रूप में निरीक्षण किए