महारानी लक्ष्मीबाई की प्रतिमा

लक्ष्मीताल पहुंची 20 फुट ऊंची महारानी लक्ष्मीबाई की प्रतिमा का हुआ माल्यार्पण

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झांसी 01 नवंबर । वीरांगन नगरी झांसी के सौंदर्यीकरण के लिए स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत नगर निगम द्वारा बनवायी गयी महारानी लक्ष्मीबाई की 20 फुट ऊंची प्रतिमा का आज यहां पहुंची और नगर के गणमान्यों के साथ आम जनता ने उनके दर्शन कर श्रद्धासुमन अर्पित किये।

सदर विधायक रवि शर्मा, महापौर रामतीर्थ सिंघल और नगर आयुक्त पुलकित गर्ग तथा अन्य गणमान्यों ने दुनियाभर में झांसी को पहचान दिलाने वाली अतुल्य साहस और पराक्रम की प्रतिमूर्ति महारानी लक्ष्मीबाई की 20 फुट ऊंची प्रतिमा का माल्यार्पण क्रेन की मदद से किया।

इस अवसर पर मेयर रामतीर्थ सिंघल ने कहा कि आज झांसीवासियों के लिए बड़े गर्व का दिन है आज दुनिया भर में झांसी को पहचान दिलाने वाली वीरांगना लक्ष्मीबाई की विशालकाय प्रतिमा यहां लायी गयी है। यह नगर निगम और स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट का हिस्सा है प्रतिमा को ताल के मध्य एक प्लेटफार्म पर स्थापित किया जायेगा। जब यह स्थापना हो जायेगी तब  प्रतिमा का विधिवत अनावरण किया जायेगा। इसके लिए प्रधानमंत्र्री और मुख्यमंत्री को आवरण के लिए आमंत्रित किया जायेगा। आज यह मूर्ति यहां आयी है इसलिए नगर विधायक, पार्षद ,व्यापार मंडल और भाजपा के विभिन्न संगठनों के पदाधिकारियों  सहित नगर की जनता उनके दर्शन के लिए यहां आयी है। इसकी कल्पना तीन साल पहले की गयी थी और नगर निगर व स्मार्ट सिटी तथा सारे जनप्रतिनिधियों के सहयोग से अब यह सफलता की ओर बढ़ रही है।

 

नगर आयुक्त पुलकित गर्ग ने कहा कि झांसी के लक्ष्मीताल का सौंदर्याीकरण करते हुए इसके बीचोबीच इस स्थान की ऐतिहासिकता और पहचान की प्रतीक महारानी लक्ष्मीबाई की प्रतिमा को लगाया जायेगा । यह संयोजन पर्यटकों के आकर्षण का भी बड़ा केंद्र बनेगा। लक्ष्मीताल के चारों ओर एक नाले का भी निर्माण किया जा रहा है ताकि गंदा सीवर का पानी ताल के अंदर न आ पाये। ताल को पीने के सभी मानव पूरे करने वाले स्वच्छ पानी से भरा जायेगा और बीचोंबीच एक द्वीप बनाकर इस विशालकाय प्रतिमा को वहां लगाया जायेगा।
     सदर विधायक रवि शर्मा ने कहा कि लक्ष्मी ताल के बीचोंबीच अदम्य साहस की परिचायक रानी लक्ष्मीबाई की प्रतिमा की  स्थापना की जायेगी और इसके लिए प्रतिमा का झांसी आगमन हो चुका है यह बहुत ही खुशी और गर्व की बात है। पांच साल पहले हमारे जहन में जो बातें थी झांसी के विकास को लेकर, वह अब धरातल पर नजर आने लगी हैं।
     गौरतलब है कि ताल के बीचोंबीच मूर्ति को 48 वर्ग फुट के प्लेटफार्म पर स्थापित किया जायेगा। कांसे से बने यह शास्त्रीय मुद्रा वाली प्रतिमा 20 फुट ऊंची, 18 फुट लंबी और चार फुट चौडी है। कुर्सी के साथ 4़ 6 टन के वजन वाली इस प्रतिमा की सतह की पॉलिश इस तरह की गयी है कि बदलते मौसम का इस पर प्रभाव न हो।
महारानी लक्ष्मीबाई की प्रतिमा
     मैसर्स बीएससी प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड ने इस कांसे की प्रतिमा को बनाने का काम 12 अक्टूबर 2021 में शुरू किया था और 30 नंवबर 2022 को इसे बनाकर तैयार कर लेना था लेकिन प्रतिमा निर्धारित समय से पहले ही न केवल बनकर तैयार कर दी गयी बल्कि यथास्थान स्थापित भी कर दी गयी।

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