टीकाकरण

टीकाकरण 12 जानलेवा बीमारियों से बच्चों की बचाता है जान : सीएमओ

//

झांसी , 30 अगस्त।  बुंदेलखंड में जनपद झांसी के मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के ट्रेनिंग हाॅल में नियमित टीकाकरण कार्यक्रम के अंतर्गत एएनएम का दो दिवसीय प्रशिक्षण आज संपन्न हुआ।

जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ रविशंकर ने बताया कि जनपद की सभी एएनएम का नियमित टीकाकरण विषयक दो दिवसीय प्रशिक्षण आयोजित किए जाने के क्रम में विकासखंड गुरसराय का प्रशिक्षण दिनांक 29 एवं 30 अगस्त 2024 को संपन्न हुआ है।
टीकाकरण के महत्व के विषय में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सुधाकर पांडेय ने बताया कि प्रत्येक गर्भवती महिला व गर्भस्थ शिशु को को टिटनेस टाक्साइड एवं डिप्थीरिया रोग से बचाने के लिए गर्भावस्था में टिटनेस टीडी के 2 टीके लगाना अत्यंत आवश्यक है। इसी प्रकार बच्चों को 12 जानलेवा बीमारियों जैसे–टीबी, पोलियो, हेपेटाइटिस- बी, गलाघोंटू, काली खांसी, हिमोफिलस इनफ्लुएंजा टाइप- बी, खसरा, रूबेला, निमोनिया, डायरिया, दिमागी बुखार और टिटनेस से बचाव के लिए भारत सरकार द्वारा तय की गई समय सारणी के अनुसार 0 से 5 साल तक के बच्चों का टीकाकरण किया जाना अत्यंत आवश्यक है इसलिए सेवा प्रदाता हेल्थ वर्कर को दो दिवसीय प्रशिक्षण के माध्यम से प्रशिक्षित किया गया है। जनपद के अन्य विकासखंड में कार्यरत सभी एएनएम का प्रशिक्षण कैलेंडर तैयार है एवं माह सितंबर के अंत तक सभी का प्रशिक्षण पूर्ण हो जाएगा।
 दो दिवसीय प्रशिक्षण में प्रशिक्षक के रूप में जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ रविशंकर एवं स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी डॉ विजयश्री शुक्ला द्वारा  प्रशिक्षण दिया गया।
प्रशिक्षण में नियमित टीकाकरण का महत्व, राष्ट्रीय टीकाकरण सारणी, एएनएम की भूमिका, माइक्रो प्लान बनाना , आशा से ड्यू लिस्ट बनवाना, बुलावा पर्ची का उपयोग करना, आशा व आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों द्वारा गर्भवती महिलाओं व शून्य से 5 वर्ष तक के बच्चों को टीकाकरण स्थल तक लेकर आना,,कोल्ड चैन का प्रबंधन , टीकाकरण के पश्चात बायोमेडिकल वेस्ट का उचित निस्तारण , चार मुख्य संदेश , ई- कवच एवं यू-विनपोर्टल पर रियल टाइम एंट्री , टैली शीट व एमसीपी कार्ड भरना, टीकाकरण के पश्चात प्रतिकूल प्रभाव की रिपोर्ट करना , टीकाकरण कार्य में अन्य प्रभावशाली लोगों का सहयोग लेना, अंतर- वैयक्तिक संचार , वैक्सीन प्रीवेंटेबल बीमारियां व उनका उपचार , आउटब्रेक गतिविधि , गुणवत्तापूर्ण प्रसव-पूर्व देखभाल,,छाया वीएचएसएनडी का आयोजन आदि के बारे में जानकारी दी गयी ।
  दो दिवसीय प्रशिक्षण में पार्टनर संस्थाओं यूएनडीपी से श्री गौरव वर्मा, यूनिसेफ से श्री आदित्य जायसवाल, डब्ल्यूजेसीएफ संस्था से मोहम्मद तारिक, एपिडेमियोलॉजिस्ट डॉ अनुराधा राजपूत, डाटा मैनेजर श्री आदित्य प्रकाश ने भी तकनीकी सत्रों का संचालन किया। इस प्रशिक्षण में श्री लाखन सिंह एआरओ, श्री दिलीप, श्री कपिल, श्री विपुल आदि ने सहयोग किया।
वैभव सिंह
बुंदेलखंड कनेक्शन

Leave a Reply

Your email address will not be published.

Previous Story

प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के तहत सर्वेक्षण शुरू करने के जिलाधिकारी ने दिए निर्देश

Next Story

अनियंत्रित कार टकरायी डिवाइडर से , तीन की मौत

Latest from Jhansi

झांसी:उ.प्र. लोक सेवा आयोग प्रयागराज की परीक्षा में बैठे 9543 अभ्यर्थी, 13443 रहे अनुपस्थित

झांसी। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग प्रयागराज परीक्षा आयोजित परीक्षा सम्मिलित राज्य/ प्रवर अधीनस्थ सेवा (प्रा)