झांसी 01 जुलाई।“ नेशनल डॉक्टर्स डे ” पर शनिवार को झांसी के चिकित्सक समुदाय ने लोगो से अपील की कि जब किसी भी चिकित्सक के पास जाएं तो उस पर भरोसा रखें । आपका चिकित्सक जो भी करेगा वह आपके हित को ध्यान में रखकर ही करेगा।
झांसी जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. सुधाकर पाण्डेय ने डॉक्टर्स डे पर सभी चिकित्सकों को बधाई देते हुए कहा कि चिकित्सा का काम बेहद जिम्मेदारी और भरोसे का है। हर चिकित्सक की कर्तव्य है कि वह अपने पास आने वाले मरीज के भरोसे को न तोंडे। उन्होंने पुरजोर अपील की कि इस क्षेत्र में करियर बनाने वालों के लिए सेवाभाव सर्वोपरि होना चाहिए। लोगों के भरोसा चिकित्सक वर्ग पर बना रहे , इसका ख्याल रखना इस क्षेत्र से जुड़े लोगों की प्राथमिक जिम्मेदारी है। सभी चिकित्सक यह जिम्मेदारी निभायें और कोई भी ऐसा अनैतिक काम न करें जिससे लोगो के भरोसे को ठेस पहुंचे।
उन्होंने कहा कि जिस तरह से समाज के हर वर्ग में पतन हुआ है उसका असर चिकित्सक वर्ग पर भी हुआ है। लेकिन उच्च शिक्षा क्षेत्र में आने वाले चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े लेागों की जिम्मेदारी है कि वह सामान्य लोगों की तरह काम न कर ,इस तरह से काम करें कि जिससे दूसरे लोगो के लिए आर्दश बने ताकि अन्य लोग चिकित्सक वर्ग से सीख ले सकें।
महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉजेल के बाल रोग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ़. ओम शंकर चौरसिया ने कहा कि यह ऐसा क्षेत्र है जिसमें एक चिकित्सक अपने परिवार का भरण पोषण करने के साथ दूसरे लोगों के परिवारों की भी स्वस्थ्य बने रहने में मदद करता है। इस पेश से जुड़े समाजसेवा ,देश अच्छे चिकित्सकों की बड़ी जरूरत को ध्यान में रखकर ही उन्होंने इस क्षेत्र को अपने कार्यक्षेत्र के रूप में चुना ।
डॉ़ चौरसिया ने कहा कि बाल चिकित्सक के रूप में एक चिकित्सक की जिम्मेदारी और बढ़ जाती है। हमें बच्चों के इलाज के साथ उनके माता-पिता की काउंसलिंग पर बहुत ध्यान देना होता है। बच्चों का इलाज और माता पिता की काउंसलिंग दोनों बहुत जरूरी है। उन्होंने लोगों से चिकित्सकों का सहयोग करने और उन पर भरोसा करने की अपील करते हुए कहा कि कोई भी चिकित्सक कभी नहीं चाहता कि उसके मरीज का अहित हो। लोग इस बात को समझें और चिकित्सक मरीज के तीमारदारों से बात कर उन्हें संतुष्ट बनाये रखें तो मरीज के जल्द ठीक होने की संभावना अधिक होती है।
डॉ़ चौरसिया ने यह भी कहा कि बाकी कार्यक्षेत्रों की अपेक्षा चिकित्सा का कार्यक्षेत्र काफी अलग है यह भरोसे का काम है। चिकित्सक समुदाय अधिक ब्रांडिंग से बचे । समाज के प्रति जिम्मेदारी का भाव हमारे कार्यक्षेत्र में अधिक है और सभी को इस बात को ध्यान में रखकर काम करना चाहिए ताकि लोगों का भरोसा हम पर और हमारे काम पर हमेशा बना रहे।
मंडलीय परियोजना प्रबंधक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन आनंद चौबे ने कहा एक समय था जब चिकित्सकों को समाज में भगवान का दूसरा रूप माना जाता था। पहले चिकित्सक और मरीज के बीच का मनोविज्ञान , सेवा और सद्भाव का था जो धीरे धीरं बदलकर उपभोक्ता व सेवाप्रदाता का हो गया है। समाज के इस बदले स्वरूप और बढ़ती बीमारियों के दबाव में चिकित्सकों के ऊपर दायित्वों का भार बढ़ता जा रहा है।
उन्होंने कहा “ मेरी नेशनल डॉक्टर्स डे पर अपील है कि प्रबुद्ध नागरिक और बुद्धिजीवी समाज में चिकित्सकों के प्रति पुरानी मान्यताओं को पुर्नस्थापित कराने में अपना योगदान दें ताकि इस पेशे की पवित्रता और विश्वास, पीडितों के उपचार के माध्यम से बन सके।”
वैभव सिंह
बुंदेलखंड कनेक्शन