राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020: प्रभाव एवं प्रगति

शिक्षक पढ़े विद्यार्थियों के मन को,यही नयी शिक्षा नीति का उद्देश्य:महेंद्र

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झांसी 05 अगस्त । वीरांगना नगरी झांसी स्थित बुंदेलखंड महाविद्यालय (बीकेडी) और अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के संयुक्त तत्वाधान में आज ‘‘राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020: प्रभाव एवं प्रगति‘‘ विषय पर राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तीन वर्ष पूर्ण होने के विशेष उपलक्ष्य में व्याख्यानमाला का आयोजन किया गया।

राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020: प्रभाव एवं प्रगति

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में उच्च शिक्षा प्रभारी एवं अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष महेन्द्र जी ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का उद्देश्य है कि शिक्षक विद्यार्थी के मन को पढ़े। उन्होंने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020  के राष्ट्रीय शब्द को परिभाषित करते हुए राष्ट्र, देश व राज्य की संकल्पना पर बात करते हुए नीति के राष्ट्रीयकरण पर बात की।

नयी शिक्षा नीति के प्रभाव पर बात करते हुए शिक्षा नीति में भारतीय सांस्कृतिक मूल्यों, परम्पराओं तथा शिक्षा के पवित्र उद्देश्यों को विद्यार्थियों तक पहुंचाने की बात की तथा इससे समाज में नये वैचारिक परिवर्तनों को आंकलन किया।
श्री महेन्द्र जी ने विभिन्न कथानकों के माध्यम से भारतीयों की औपनिवेशिक मानसिकता का मुद्दा उठाते हुए विद्यार्थियों में भारतीयता के राष्ट्रीय भावों का समावेश कर प्रतिभा पलायन रोकने तथा भारतीय ज्ञान परंपरा को समाज के प्रत्येक वर्ग तक प्रचारित करने के साथ ही राष्ट्र के विकास हेतु सभी नागरिकों में अपने स्व को जाग्रत करने की बात कही।

राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020: प्रभाव एवं प्रगति
शिक्षक विधायक डॉ बाबूलाल तिवारी ने प्रधानमंत्री मोदी जी के विजन का वर्णन करते हुए राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को शैक्षिक सुधार के संदर्भ में मील का पत्थर बताया तथा भारतीय उपनिषदों व पुराणों के पवित्र भावों को शिक्षा में समावेसित करने की बात कही।
अन्य वक्ताओं में बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय के कलासंकायाध्यक्ष प्रो़ मुन्ना तिवारी, प्राचार्य बीबीसी प्रो़ टी के शर्मा, प्राचार्य आर्य कन्या महाविद्यालय प्रो. अल्का नायक, माध्यमिक शिक्षक नेता नरेन्द्र पस्तौर, पूर्व जिला अध्यक्ष युवा मोर्चा भाजपा संजीव बुधौलिया नेराष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के प्रभाव व प्रगति के संदर्भ में अपने विचार रखे।

कार्यक्रम में मुख्य रूप से बूटा महामंत्री डॉ़ अनिरूद्ध गोयल, डॉ़ मयंक त्रिवेदी, डॉ रोबिन सिंह, प्रो नूतन अग्रवाल, प्रो़ दीपशिखा मित्तल, प्रो एल सी साहू, डॉ़ नरेन्द्र गुप्ता, डॉ़ रामदरश यादव, प्रो मंजरी दमेले, प्रो ज्योति वर्मा, प्रो स्मिता जायसवाल, डॉ़ सौरभ श्रीवास्तव, पूर्व छात्र अधिश्ठाता डॉ़ देवेश निगम, डॉ विजय यदाव, डॉ अचला पाण्डेय, डॉ श्रीहरि त्रिपाठी, डॉ शैलेन्द्र तिवारी, प्रो बृजेन्द्र बौद्ध, प्रो अनुपम सोनी, प्रो नीलम सिंह, प्रो अजीत सिंह, डॉ अरूण कुमार,डॉ राजेन्द्र प्रसाद आदि महाविद्यालय के सभी शिक्षक एवं विभिन्न विभागों के विद्यार्थी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन एबीआरएसएम के महामंत्री प्रो जितेन्द्र कुमार तिवारी एवं अध्यक्ष प्रो डी के भट्ट ने किया। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान से हुआ।

वैभव सिंह

बुंदेलखंड कनेक्शन

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