पाइप पेयजल परियोजना की धीमी रफ्तार, कार्यदाई संस्था को नोटिस जारी
झांसी 14 दिसंबर । झांसी जिला प्रशासन ने जिले में पेयजल परियोजाओं को लेकर किसी प्रकार की लापरवाही और काम की धीमी रफ्तार पर आज कड़ा रूख अपनाते हुए संबंधित विभागों और अधिकारियों को जरूरी दिशा निर्देश जारी किये।
जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने यहां विकास भवन सभागार में जिला पेयजल एवं स्वच्छता मिशन की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि यह बैठक अंतर विभागीय बैठक है ताकि निर्माणाधीन पेयजल परियोजना से सम्बन्धित किसी विभाग को यदि कोई समस्या हो तो उसे आपसी समन्वय स्थापित करते हुए उसका निराकरण किया जा सके। पेयजल से जुड़ी परियोजनाओं एवं कार्यो को किसी भी स्तर पर लम्बित न रखा जाये। उन्होने ताकीद दी कि जनपद में किसी भी क्षेत्र में पेयजल समस्या नही होनी चाहिए, यदि कोई समस्या होती है तो संबंधित की जवाबदेही तय करते हुए कार्रवाई की जाएगी। पाइप पेयजल योजना से जनपद का कोई भी गांव छूटने ना पाए, इसे अवश्य सुनिश्चित करें।
राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल मिशन अन्तर्गत 114 पाईप पेयजल योजना की समीक्षा करते हुए कहा कि ऐसी परियोजना जो आंशिक रूप से, आंशिक क्षमता पर चालू तथा पूर्ण बंद है, सभी पाइप पेयजल योजनाएं जल जीवन मिशन में शामिल करते हुए शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश ताकि गांव में जलापूर्ति की जा सके।
अमृत एवं स्मार्ट सिटी योजनान्तर्गत जल निगम फेज़-1 और फेज़-2 में नगरीय क्षेत्र में पेयजल आपूर्ति हेतु ओवरहेड टैंक तथा पाइप पेयजल आपूर्ति के कार्य पर असंतोष व्यक्त करते हुए कार्यदाई संस्था को नोटिस दिए जाने के निर्देश दिए। जल निगम द्वारा स्मार्ट सिटी में अमृत योजना अंतर्गत कराए जा रहे फेज़-2 के कार्यो की धीमी प्रगति पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की। अमृत एवं स्मार्ट सिटी योजना के अंतर्गत कराए जाने वाले सीडब्ल्यूआर, ओवरहेड टैंक, वितरण प्रणाली के संयोजन तथा वाटर मीटर, फीडम मेन तथा राइजिंग मेन सहित अन्य कारों की प्रगति अपेक्षाकृत बेहद धीमी पर उन्होंने तत्काल प्रगति लाए जाने के निर्देश दिए। समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि मनरेगा के श्रमिकों को कार्य हेतु लगाएं ताकि कार्य गति के साथ पूर्ण हो सके।
जल जीवन मिशन अंतर्गत निर्माणाधीन ग्राम समूह पेयजल योजनाओं की प्रगति की समीक्षा करते हुए स्पष्ट निर्देश दिए कि परियोजनाएं जल्द से जल्द पूर्ण किया जाना सुनिश्चित किया जाए ताकि क्षेत्र में जल आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके। उन्होंने गुलारा ग्राम समूह पेयजल योजना में जल संयोजन लगाएं जाने की धीमी प्रगति पर नाराजगी व्यक्त की और निर्देश दिए प्रतिदिन गांव में संयोजन लगाएं तथा संयोजन का कार्य पूर्ण होने के बाद ही अन्य गांव में कार्य करना सुनिश्चित करें। उन्होंने एक-एक परियोजना की ग्रामवार समीक्षा करते हुए संबंधित कार्यदायी संस्था को निर्देशित किया कि मेन पावर बढ़ाते हुए कार्य जल्द पूर्ण करना सुनिश्चित करें।
बैठक के दौरान जिलाधिकारी श्री रविंद्र कुमार ने जल जीवन मिशन के अंतर्गत पाइप पेयजल योजना के जल् संयोजन की जिम्मेदारी पंचायत सहायकों को दिए जाने के निर्देश दिए और कहा की सभी घरों के साथ ही समस्त सरकारी भवनों में भी जल्द संयोजन देना सुनिश्चित करें, अन्यथा कार्यवाई की जाएगी।
पाइप पेयजल योजना के अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्र और नगरीय क्षेत्र में सड़क खोदने के बाद उसे समय से ठीक करना भी सुनिश्चित किया जाए ताकि आवागमन में किसी भी तरह की परेशानी ना हो। यदि ऐसा नहीं किया जाता है और दुर्घटना होती है तो कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी।
इस मौके पर मुख्य विकास अधिकारी जुनैद अहमद,अपर जिलाधिकारी “नमामि गंगे” संजय कुमार पांडेय,डीडीओ सुनील कुमार, अधिशासी अभियंता जल निगम रणविजय सिंह, डीपीआरऔ जेआर गौतम,सहित सभी कार्यदाई संस्थाओं के प्रतिनिधि और विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
वैभव सिंह