झांसी 13 नवंबर । बुंदेलखंड के झांसी में बुधवार को महिला जन सुनवाई कार्यक्रम में सुनवाई के लिए पहुंची राज्य महिला आयोग की सदस्य अनुपमा सिंह लोधी के सामने उस समय एक बेहद हतप्रभ करने वाली स्थिति पैदा हो गयी जब कि एक आठ माह की गर्भवती महिला ने इच्छामृत्यु की अनुमति देने का प्रार्थना पत्र प्रस्तुत कर दिया।


एक गर्भवती महिला की ऐसी प्रार्थना सुन पूरी तरह से आश्चर्यचकित रह गयी महिला आयोग सदस्य से पूरा मामला समझा तो यह जनपद के बेसिक शिक्षा विभाग की लचर कार्यशैली से जुड़ा पाया गया । जहां प्रार्थी महिला के सरकारी शिक्षक पति अखिलेश प्रकाश को पिछले तीन माह से न तो पद पर बहाली दी गयी है और न वेतन दिये जा रहा है । इस कारण परिवार की आर्थिक स्थिति बुरी तरह से प्रभावित होने की बात श्रीमती लोधी के समक्ष रखी गयी।
मामले को गंभीरता से लेते हुए श्रीमती लोधी ने बेसिक शिक्षा अधिकारी से फोन पर बात कर उन्हें मामले पर तुरंत संज्ञान में लेने और पीड़ित शिक्षक को किसी स्कूल में पद पर बहाली का पत्र तुरंत जारी करने का आदेश दिया । उन्होंने बीएसए को इस मामले में की गयी कार्रवाई के संबंध में उन्हें रिपोर्ट देने का भी आदेश दिया। इसके बाद उन्होंने पीडित महिला को संबंधित अधिकारी से मिलने और जल्द से जल्द मामले को सुलझाये जाने का आश्वासन दिया।


वैभव सिंह
