खुदाई में निकले चांदी के सिक्के

प्लाट की खुदाई में निकले चांदी के सिक्के, मचा हडकंप

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जालौन 11 मार्च । जालौन जिले के कोतवाली थानाक्षेत्र अंतर्गत मकान निर्माण के लिए की जा रही खुदाई के दौरान शनिवार को चांदी के प्राचीन सिक्के निकले। जमीन से कीमती सिक्के निकलने की बात आग की तरह फैल गयी और बड़ी संख्या में लोग मौके पर पहुंच गये। जमीन से चांदी के सिक्के निकलने की जानकारी मिलते ही प्रशासनिक अमला भी तुरंत हरकत में आया और अधिकारी मौके पर पहुंचे।

खुदाई में निकले चांदी के सिक्के
कोतवाली जालौन क्षेत्र के ग्राम व्यासपुरा के रहने वाले कमलेश कुशवाहा के मकान का निर्माण चल रहा है। इस दौरान मजदूर जमीन की खुदाई कर रहे थे, तभी एक मजदूर का फांवडा एक बर्तन से टकराया, जिससे आवाज आई। आवाज सुनकर उसने मकान मालिक को बुलाया और उसके सामने खुदाई कराई गई तो एक बर्तन मिला, जिसे बाहर निकला गया तो उसमें चांदी के सिक्के और जेवरात दिखाई दिये, जिसे देखकर मकान मालिक के होश उड़ गए। उन्होंने चांदी के सिक्के और जेवरात को छुपाने का प्रयास किया, मगर यह खबर गांव में जंगल की आग की तरह फैल गई। पुराने सिक्कों को देखने के लिए गांव के लोग कमलेश कुशवाहा के घर पहुंच गये। प्राचीन सिक्के मिलने की सूचना गांव के लोगों ने पुलिस को दी।

खुदाई में निकले चांदी के सिक्के

सूचना मिलते ही उरई तहसील के उपजिलाधिकारी उरई राजेश सिंह, पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे और सिक्कों को जब्त कर पुरातत्व विभाग को सूचना दी। गांव में पुलिस बल भी तैनात कर दिया गया।   पुलिस की निगरानी में आसपास की खुदाई कराई जा रही है, जिससे पता किया जा सके कि कहीं और सिक्के तो जमीन के अंदर दफन तो नहीं हैं।जब्त किये गये सिक्के आज से 161 साल पुराने हैं और 1862 में प्रचलित थे। इन सिक्कों पर सन् भी लिखा हुआ है। साथ ही सिक्कों के साथ चांदी के जेवरात चूड़ी मिली है।

खुदाई में निकले चांदी के सिक्के

वहीं इस मामले में उरई के उप जिलाधिकारी  ने बताया कि उन्हें खुदाई के दौरान सिक्के मिलने की सूचना मिली। वह पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे, जिस घर में सिक्के मिले वहां पर मकान निर्माण चल रहा था और यह कमलेश कुशवाहा का मकान है। सुरक्षा की दृष्टि से उस जगह पुलिस तैनात कर दी गई है। साथ ही सिक्कों को जब्त करते हुए कोतवाली पहुंचा दिया है। अभी तक ढाई सौ से अधिक चांदी के सिक्के मिले हैं।

फॉरेंसिक टीम के साथ पुरातत्व विभाग को भी इस बारे में सूचना दी गई है, जिससे इनकी प्राचीनता के बारे में जानकारी हासिल की जा सके। वहीं प्राचीन सिक्के लूटे जाने के बारे में उन्होंने बताया कि इसकी भी जांच की जा रही है। साथ ही पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि कितने सिक्के मौके से बरामद हुए थे। वहीं कमलेश ने बताया कि वह वर्षों से अपनी पुरखों के साथ यहां रह रहा है। वह मकान का निर्माण करा रहा था, तभी मजदूरों ने सिक्के मिलने की जानकारी दी।

राजू, वैभव सिंह

बुंदेलखंड कनेक्शन

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