झांसी 06 मार्च । बुंदेलखंड की हृदयस्थली झांसी में 2007 से महाशिवरात्रि के अवसर पर निकलने वाली शिवबारात इस बार भी पूरे धूमधाम के साथ लेकिन एक नये मार्ग से मढ़िया महादेव तक पहुंचेगी।
सदर विधायक रवि शर्मा ने महानगर में होने वाले इस भव्य आयोजन के संबंध में पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि महाशिवरात्रि पर्व पर शिव बारात का आयोजन वर्ष 2007 से निरन्तर किया जा रहा है। इस वर्ष भी 08 मार्च को महाशिवरात्रि पर्व पर शिव-बारात का भव्य आयोजन किया जा रहा है, प्रातः 10 बजे से भव्य शिव बारात मुरली मनोहर मन्दिर, बड़ा बाजार से प्रारम्भ होकर बड़ा बाजार, मालिन चौराहा, जवाहर चौक, मानिक चौक, सिन्धी तिराहा, रानी महल, मिनर्वा चौराहा, सैंयर गेट होते हुए मढ़िया महादेव मन्दिर के लिए प्रस्थान करेगी।
उन्होंने बताया कि झांसी की ऐतिहासिक धरोहर एवं हिन्दू आस्था का प्रमुख केन्द्र, प्राचीनतम मढ़िया महादेव मन्दिर की स्थापना गोसाईयों ने 600 वर्ष पूर्व करायी थी, समय बीतने और मन्दिर के आस-पास बस्ती बसने के साथ-साथ मन्दिर परिसर में अवैध कब्जे बढ़ते चले गये, जिससे आम लोगों को यहां पर आराधना, पूजार्चना एवं धार्मिक आयोजनों में दिक्कतें आने लगीं। तत्कालीन सरकारों से लगातार अनुरोध करने के बाद भी मन्दिर परिसर से अवैध कब्जों को नहीं हटाया गया और अवैध कब्जे बढ़ते ही चले गये। हिन्दू आस्था के केन्द्र पर लगातार बढ़ता अतिक्रमण चिंता का कारण बन गया।
इसी चिंता को लेकर संकल्प लिया गया कि झांसी के प्राचीनतम शिवालय मढ़िया महादेव के प्रांगण को अवैध कब्जाधारियों से मुक्त कराकर आमजनों को आराधना, पूजार्चन और धार्मिक आयोजनों के लिए सुलभ करायेंगे। जिसके लिए ही वर्ष 2007 से महाशिवरात्रि पर्व पर शिव-बारात का आयोजन कर आमजनों से संगठित होने का आह्वान किया।
शिव-बारात में हर वर्ष, हजारों की संख्या में श्रद्धालु हर-हर महादेव, बम-बम भोले का घोष करते हुए मढ़िया महादेव मन्दिर पहुंचकर शिवजी का अभिषेक करते हैं। मढ़िया महादेव मन्दिर को अवैध कब्जों से मुक्त कराकर उसका जीर्णोद्वारएवं सौन्दर्गीकरण कराने के सम्बन्ध में उन्होंने विधानसभा में प्रश्न उठाया, हिन्दू जनास्था के केन्द्र में रख-रखाव और प्रबन्धन को सरकारी ट्रस्ट बनाने के लिए सदन में याचिका भी लगाई।
उत्तर प्रदेश सरकार ने पर्यटन संवर्धन योजना के अन्तर्गत मढ़िया महादेव मन्दिर के सौन्दर्गीकरण के लिए पचास लाख रुपये स्वीकृत किये हैं। हाल में ही मुख्यमंत्री से मिलकर मढ़िया महादेव मन्दिर को ऐतिहासिक स्वरूप प्रदान कराने के लिए अवैध कब्जों को हटाते हुए कॅरिडोर स्थापना की कार्ययोजना प्राथमिकता के आधार पर स्वीकृत किये जाने का आग्रह किया है, जोकि विचाराधीन है।
ज्ञातव्य हो कि वर्ष 2007 में उक्त आयोजन के लिए योगी आदित्यनाथ को आमंत्रित किया गया, लेकिन तब की अखिलेश यादव सरकार ने उन्हें कानपुर में ही गिरफ्तार कर लिया था, समय बदला, सरकार बदली और योगी मढ़िया महादेव मन्दिर पधारे। इस दौरान राष्ट्र भक्त संगठन के केन्द्रीय अध्यक्ष अंचल अडजरिया मौजूद रहे।
वैभव सिंह
बुंदेलखंड कनेक्शन