झांसी 27 जून । बुंदेलखंड राज्य निर्माण की मांग के समर्थन में आये सनातनी संत ब्रह्मरूपी जी ने आज कहा कि पृथक बुदंलेखड राज्य की मुहिम के साथ जुड़कर उन्होंने भी बुंदेलखंड राज्य निर्माण के लिए संकल्प ले लिया है।
यहां करगुवां जी में पत्रकारों को इस मुहिम के साथ जुड़ने के उद्देश्यों के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा “ बुंदेलखंड राज्य की मांग पर साधुसंतों की कृपा की प्रक्रिया अब शुरू हो गयी है। इसके पीछे कोई राजनीतिक कारण नहीं हैं। साधु जब किसी मुहिम से जुड़ते हैं तो वह पूरी तरह से सामाजिक होता है और मेरा भी इस मुहिम से जुड़ाव विशुद्ध सामाजिक है। इस क्षेत्र के समाज की भलाई, लोगों के विकास, सामाजिक कुरीतियों पर प्रभावी नियंत्रण के लिए जरूरी है कि इस क्षेत्र की अपनी सरकार बने जो इस क्षेत्र और समाज के विकास के लिए काम करें । यह तभी संभव है जब बुंदेलखंड एक राज्य बनेगा।”
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील करते हुए कहा कि वह मन की बात करते हैं तो अब बुंदेलखंड के नशे की गिरफ्त में आये युवाओं, शिक्षा से वंचित बच्चों , रोजगार विहीन युवाओं और इस क्षेत्र के अति पिछड़े लोगों की ओर मोदी जी को ध्यान देना चाहिए । उनके मन की बात भी सुननी चाहिए।साधक होने के नाते मेरी उनसे यह आशा है ।
उन्होंने दावा किया कि चाहें जो हो जाए बुंदेलखंड राज्य बनने से तीन लोक में कोई नहीं रोक सकता क्योंकि सारे संयोग अच्छे बनते जा रहे हैं और हाल ही में झांसी आये सांसद साक्षी महाराज का यह कथन यहां मीडिया की सुर्खियों में हैं कि बुंदेलखंड राज्य की बात पाइपलाइन में है और जिस दिन मोदी जी के दिमाग मे आ गया यह राज्य बन जायेगा।
संत महाराज ने कहा कि वह प्रार्थना करेंगे कि यह बात जल्द से जल्द मोदी जी के दिमाग में आये। बुंदेलखंड प्राकृतिक संसाधनों से परिपूर्ण हैं। पयर्टन के ऐतिहासिक क्षेत्र हैं इसके अलावा विविध खनिजों की भरमार इस धरती में हैं। जब यह राज्य बनेगा तो अपनी सरकार होगी। सरकार इस क्षेत्र के विकास के लिए काम निश्चित रूप् से करेगी, जिसका पूरा ध्यान इस क्षेत्र पर होगा। सरकार चाहें किसी की हो लेकिन वह बुंदेलखंड के लिए काम करेगी जो आज इतने बड़े प्रदेश के एक छोटे से क्षेत्र के रूप में कहीं न कहीं उपेक्षित है।
इस दौरान मौजूद बुंदेलखंड निर्माण मोर्चा (बुंनिमो) के अध्यक्ष भानुसहाय ने बताया कि बुंदेलखंड राज्य निर्माण की उनकी मांग के साथ जुड़ने वाले ब्रह्मरूपी जी महाराज तीसरे संत हैं इससे पहले रावतपुरा सरकार, पंढोकर धाम सरकार और बागेश्वर धाम सरकार भी इस मुहिम के साथ अपने जुड़ाव को स्वीकृति दे चुके हैं।
इस मौके पर रघुराज शर्मा, कुंवर आदिम, शिरोमणि जैन, प्रदीप झा, गोलू ठाकुर, रामजी पारीछा, अन्नू मिश्रा, अमित खजुराहो और विनोद जैन आदि मौजूद रहे।
वैभव सिंह
बुंदेलखंड कनेक्शन