झांसी। बुंदेलखंड के झांसी में शनिवार को आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत में विभिन्न प्रकृति के कुल 1,72,156 वादों का निस्तारण किया गया।
राष्ट्रीय लोक अदालत का उद्घाटन जनपद न्यायाधीश सह अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कमलेश कच्छल के द्वारा सरस्वती देवी मां की प्रतिमा पर दीप प्रज्ज्वलित कर किया। इस अवसर पर राष्ट्रीय लोक अदालत के नोडल अधिकारी सह अपर जिला जज (न्यायालय सख्या-02) कमल कान्त श्रीवास्तव, अपर जिला जज सह सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण शरद कुमार चौधरी सहित अन्य न्यायिक अधिकारीगण के अतिरिक्त बैंक अधिकारीगण उपस्थित रहे।
राष्ट्रीय लोक अदालत में विभिन्न प्रकृति के कुल 1,72,156 वादों का निस्तारण किया गया, जिसमें 85 वैवाहिक प्रकरण, 48 अन्य सिविल वाद, 8596 अन्य वाद निस्तारित किये गये, 7108 शमनीय आपराधिक वादों का निस्तारण कर 423010 रूपये अर्थदण्ड के रूप में वसूल किये गये।
जनपद के विभिन्न राजस्व/दाण्डिक न्यायालयों द्वारा 219 राजस्व वाद, 1125 आपराधिक वाद, 8915 विद्युत उपभोक्ता वाद, 37 श्रम विवाद, 60445 जनहित गारन्टी अधिनियम बाद निस्तारित किये गये। इसके अतिरिक्त 14085809 रूपये की धनराशि से सम्बन्धित 904 बैंक ऋण एवं मोबाइल बिल सम्बन्धी 43 वाद प्रीलिटिगेशन वाद के रूप में निस्तारित किये गये।
प्रधान न्यायाधीश पारिवारिक न्यायालय विजय शंकर उपाध्याय द्वारा 85 पारिवारिक मामलों का निस्तारण किया गया। पीठासीन अधिकारी, कामर्शियल कोर्ट झांसी ललित कुमार झा द्वारा 3 वाद निस्तारित कर 1024351 रूपये प्रतिकर के रूप में दिलाये गये।
पीठासीन अधिकारी, मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण पवन प्रताप सिंह द्वारा 18 वाद निस्तारित कर 10762000 रूपये प्रतिकर के रूप में दिलाये गये। अध्यक्ष स्थायी लोक अदालत विशेष शर्मा द्वारा 7 अन्य वाद का कुल 755931 रुपए का समझौता कर निस्तारण किया गया। हरिश्चन्द्र, पीठासीन अधिकारी अतिरिक्त पारिवारिक न्यायालय द्वारा कुल 10 वाद सुलह समझौते के आधार पर निस्तारण किये गये।
अपर जिला जज / सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण शरद कुमार चौधरी ने विशेष रूप से झांसी के लोगों का आभार व्यक्त किया, जिनके सहयोग से आज आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत में रिकार्ड 1,72,156 वादों का निस्तारण हो सका।