नयी दिल्ली 27 नवंबर । अकसर किसी न किसी किसी विवाद को लेकर सुर्खियों में रहने वाले योग गुरू बाबा रामदेव इस बार महिलाओं के बारे में एक अभद्र टिप्पणी कर बुरी तरह से फंस गये हैं । महाराष्ट्र तथा दिल्ली महिला आयोग ने पूरे मामले पर महिलाओं से माफी मांगने की बात कहकर बाबा की मुश्किलें और बढ़ा दी हैं।
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने अपने ट्विटर हैंडल पर बाबा रामदेव के कार्यक्रम वाला वीडियो शेयर करते हुए ट्वीट किया , “ महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री जी की पत्नी के सामने स्वामी रामदेव द्वारा महिल महिलाओं पर की गई टिप्पणी अमर्यादित और निंदनीय है. इस बयान से सभी महिलाएं आहत हुई हैं, बाबा रामदेव जी को इस बयान पर देश से माफी मांगनी चाहिए।”
यह सारा विवाद शुक्रवार को तब शुरू हुआ जब ठाणे के एक कार्यक्रम में बाबा रामदेव ने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री ददेवेंद्र फडणवीस की पत्नी सुश्री अमृता फडणवीस और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बेटे और सांसद श्रीकांत शिंदे की उपस्थिति में कहा था, ”महिलाएं साड़ियों में अच्छी लगती हैं, सलवार सूट में भी महिलाएं अच्छी लगती हैं और मेरी नज़र में बिना कुछ पहने भी अच्छी लगती हैं।”
इस पर महाराष्ट्र राज्य महिला आयोग (एमएसडब्ल्यूसी) ने योग गुरु बाबा रामदेव को महिलाओं के खिलाफ विवादास्पद बयान के लिए नोटिस जारी किया । आयोग की अध्यक्ष सुश्री रुपाली चकनाकर ने नोटिस जारी करते हुए तीन दिन के अंदर अपना रुख स्पष्ट करने को कहा है।
आयोग ने कहा कि आपकी अशोभनीय टिप्पणी के खिलाफ आयोग को एक शिकायत मिली है, जो महिलाओं के सम्मान को ठेस पहुंचाती है।
महाराष्ट्र विधान परिषद की उपसभापति सुश्री नीलम गोरे ने भी बाबा की विवादास्पद टिप्पणी पर आपत्ति जतायी और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के मुंबई मंडल कार्यालय के कार्यकर्ताओं ने पार्टी कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया।
मुंबई के कार्यकारी अध्यक्ष नरेंद्र राणे और कार्यकारी अध्यक्ष राखी जाधव के नेतृत्व में प्रदर्शन किया गया।
बाबा रामदेव के इस बयान के बाद जिस तेजी से घटनाक्रम उनके विरोध में उभर रहे हैं उसे देखकर तो यही कहा जा सकता है कि योग गुरू की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रहीं हैं।
वैभव