झांसी। बुंदेलखंड में झांसी के लहचूरा थाना क्षेत्र में एक लापता बच्चे का शव घर में ही बरामद होने के बाद जितनी सनसनी फैली थी उससे भी ज्यादा सनसनीखेज खुलासा हत्यारे को लेकर हुआ है। पुलिस जांच में पोते मुकेश के कातिल के रूप में दादा सरमन का नाम सामने आया है।
पुलिस के अनुसार 04 अक्टूबर को थाना लहचूरा क्षेत्र के चकारा गांव में एक 08 साल के बच्चे के दिन में 1:00 के आसपास से गायब होने की शिकायत परिजनों द्वारा शाम को यूपी 112 पर दी गई थी। इस संबंध में लापता बालक के पिता द्वारा दिए गए प्रार्थना पत्र के आधार पर थाने में मामला पंजीकृत कर लिया गया था और उसके बाद पुलिस द्वारा बच्चों की खोजबीन शुरू की गई पुलिस ने मकान के आसपास तो बच्चे को ढूंढने का प्रयास किया।
उसके बाद वादी के घर में भी बच्चे को ढूंढा गया और लापता बालक का शव वादी के ही मकान में भूसे वाले कमरे से बरामद किया गया। इस दौरान पुलिस टीम के साथ फॉरेंसिक की टीम भी मौके पर पहुंची और जरूरी साक्ष्य एकत्र कराए गए और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। लापता बच्चे का शव घर में ही पाए जाने से बालक की हत्या की आशंका भी बलवती हो रही थी लेकिन पुलिस ने इस मामले में कुछ भी कहने से पहले पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया।पोस्टमार्टम रिपोर्ट में साफ हुआ कि बालक की मौत गला दबाए जाने के कारण हुई।
बालक का शव घर से ही मिला और घटना के बताये समय के दौरान घर में किसी के बाहर से आने के कोई साक्ष्य नहीं मिले जिसके बाद पुलिस ने जांच का दायरा परिजनों के बीच में ही गहरा किया। परिजनों से कड़ाई से पूछताछ की गई और जब मुकेश के दादा सरमन से पूछताछ की गई तो वह पूछताछ में टूट गया और उसने घटना का पूरा सच पुलिस के सामने उगल दिया।
उसने बताया कि उसकी बहू का अपनी सास के साथ संबंध अच्छा नहीं था अक्सर उनके बीच में लड़ाई हुआ करती थी । घर में गृह कलेश रहता था और बहू उसके घर का सामान उठा कर ले जाया करती थी इतना ही नहीं उसका पोता मुकेश भी ऐसा ही करता था।इतना ही नहीं मुकेश दादा के पैसे भी चुरा लेता था ।
उसने बताया कि घटना वाले दिन भी मुकेश ने कुछ ऐसा ही किया जिससे उसका गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया और गुस्से में उसने मुकेश का गला दबा दिया। इस बीच मुकेश के मुंह से खून निकलने लगा और सरमन को एहसास हुआ कि उसकी मौत हो गई है। इस पूरे घटनाक्रम को छुपाने के लिए उसने मुकेश का शव भूसे के कमरे में ले जाकर छुपा दिया।
जांच में बालक मुकेश के हत्यारे के रूप में दादा सरमन का नाम सामने आने के बाद पुलिस ने उसको गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।