झांसी 22 अगस्त। राष्ट्रभक्त संगठन ने स्मार्ट सिटी योजना के तहत चलायी जा रही विभिन्न योजनाओं में पनप रही अनियमितताओं और भ्रष्टाचार के साथ साथ महानगर की जनहित से जुड़ी समस्याओं को लेकर आज मंडलायुक्त डॉ़ आदर्श सिंह को ज्ञापन सौंपा।
मंडलायुक्त को ज्ञापन सौंपने के बाद इस बारे में जानकारी देते हुए संगठन के अध्यक्ष अंचल अडजरिया ने बताया कि कमिश्नर को ज्ञापन के माध्यम से अवगत कराया गया है कि निगम में लगे हुए सुरक्षा गार्ड खाकी वर्दी में रहते है, साथ ही उप्रसु का बिल्ला लगाते है और पुलिस वाले बनकर अनेकों जगह पर वसूली भी करते रहते है जबकि ठेका किसी अन्य एजेन्सी का है और यह ठेका पिछले 7-8 वर्षो से हुआ भी नही है। इन गार्डों को 8 घण्टे की शिफ्ट का 10000/- से 18000/- रूपये तक डण्डामैन, गनमैन को मिलता है ।
कुल 600 गार्ड का पेमेन्ट नगर निगम से हो रहा है जबकि भौतिक रूप में 150 से अधिक गार्ड कार्यरत नही है। एक बड़ा घोटाला इस माध्यम से ठेकेदार व अपर नगर आयुक्त में हिस्सा बांटकर किया जा रहा है।
स्मार्ट सिटी के नाम पर पार्किग शुल्क 7 गुना से 10 गुना तक बढ़ा दिये गये है जबकि सभी फुटपाथों पर पार्किग की जा रही है, अलग से पार्किग की जगह निर्धारित नही है। अतः पार्किग बन जाने तक इस पार्किग की वसूली को रोका जाये । आंतियाताल सुन्दरीकरण की योजना नगर निगम के द्वारा बनाई गई थी जिसकी लागत 3 करोड़ रूपया थी । स्मार्ट सिटी में वही 9.50 करोड़ रूपये का कर दिया गया । स्मार्ट सिटी के नाम पर कितना बड़ा घोटाला किया जा रहा है।
स्मार्ट सिटी के नाम पर बनी हुई मण्डी रोड की दोनो तरफ की नालियां चौक है जिनकी बनने के बाद आज तक सफाई नही हुई है जिससे सड़क पर एवं आस-पास की कॉलोनियों बैंक कॉलोनी,लक्ष्मीपुरम, अजय एन्कलेव, देवलाल चौबे का आखाड़ा आदि में थोड़ी सी बारिश होने पर भी कमर तक पानी भर जाता है। अतः मुख्य सड़क पर नालियों की सफाई व नालियां पाटकर बनाये गये रैम्पों को तोड़ने का कार्य किया जाये ।
शहर के मध्य में मुर्गा-मछली मण्डी स्थापित है जिसके चन्द कदम की दूरी पर बच्चों का स्कूल है व पास में ही लगभग 50 मीटर की दूरी पर मंदिर है। लगातार बदबू आने के कारण बच्चों का पढ़ना व मंदिर जाने वाले श्रद्वालुओं का निकलना दूभर है। मण्डी रोड को शिवाजी नगर से जोड़ने वाला यही मुख्य रास्ता है। अतः आपसे अनुरोध है कि अतिशीघ्र मछली मण्डी को अन्यत्र आबादी से दूर स्थापित करवाने का कष्ट करें।
मढ़िया महादेव मंदिर को जाने के लिए एक रास्ते की मांग हम लोग पिछले कई समय से करते आ रहे है जिसको अभी करीब 25 फीट के रास्ते हेतु दुकाने तोड़ी गई है जबकि हमारी मांग कम से कम 40 फीट के रास्ते की शुरू से अभी तक रही है। कुछ मढ़ियों में अभी भी विधर्मी रह रहे है। जबकि उस समय वह मकान व मुआवजा ले चुके है। यह सभी मढ़िया खाली कराई जाये चूंकि आगे पूरी दुकाने नगर निगम की है जो लीज पर है। यदि यह सभी दुकाने हटा दी जायेगी तो मढ़िया महादेव मंदिर का वृहद स्वरूप झोकनबाग मुख्य मार्ग से दिखाई देना शुरू हो जायेगा ।
वैभव सिंह
बुंदेलखंड कनेक्शन