झांसी 18 अक्टूबर । वीरांगना नगरी झांसी स्थित बुंदेलखंड विश्वविद्यालय (बीयू) में पीएचडी कोर्सवर्क के सातवें बैच में चयनित शोधार्थियों के लिए आज एक ओरिएंटेशन प्रोग्राम का आयोजन किया गया।
विश्वविद्यालय परिसर स्थित गांधी सभागार में आयोजित इस कार्यक्रम में कुलपति प्रो़ मुकेश पाण्डेय ने शोधार्थियों को विश्वविद्यालय की उपलब्धियां बताई। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय का 120 राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय संस्थानों से एमओयू किया गया है, जिनके साथ जुड़कर शोधार्थी अपने शोध को नई ऊंचाई पर ले जा सकते है।
उन्होंने विश्वविद्यालय परिसर में विज्ञान के शोधार्थियों हेतु उपलब्ध इनोवेशन सेंटर के बारे में बताया तथा डीएसटी- स्ट्राइड जो पुनः इनोवेशन सेंटर में संचालित किया जा रहा है,जिससे स्नातकोत्तर एवं सभी विषयों के शोधार्थियों को शोध हेतु प्रोत्साहित किया जायेगा ।
उन्होंने अपने वक्तव्य में यह भी बताया कि जो शोधार्थी कोर्सवर्क में उत्कृष्ट प्रदर्शन करेंगे उन्हें सम्मानित किया जाएगा । आधुनिक परिवेश में प्लैगरिज्म को भी परिभाषित किया, जिससे शोध की मौलिकता के आधार पर ही शोध की गुणवत्ता का निर्धारण होता है । कुलपति द्वारा शोधार्थियों को उत्कृष्ट जनरल में अपने शोध पत्र प्रकाशित करने पर जोर दिया गया,साथ ही शोधार्थियों को अपने शोध निर्देशक के चुनाव पर भी ध्यान देने का निर्देश दिया गया, जिससे वह गुणवत्तापूर्ण ढंग से अपना शोध कार्य पूर्ण कर सकें ।
प्रोफेसर एस०पी० सिंह, निदेशक एकेडमिक ने अपने विचारों के साथ महत्वपूर्ण जानकारी दी, जिसमें उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय में सातवें बैच में देश के विभिन्न प्रांतों से 208 शोधार्थियों का चयन कोर्सवर्क के लिए किया गया है, जिसमें 32 – जेआरएप, 78- नेट, 98- प्रवेश परीक्षा से चयनित हुए ।
उक्त कार्यक्रम में प्रोफेसर मुन्ना तिवारी, संकायाध्यक्ष कला, प्रो० आर०के० सैनी, संकायाध्यक्ष विज्ञान, प्रो० अर्चना वर्मा, संकायाध्यक्ष वाणिज्य एवं प्रो० सी०बी० सिंह ने अपने विचार व्यक्त किये।
कार्यक्रम में प्रो० सुनील काबिया, प्रो० आलोक वर्मा, प्रो० पूनम पुरी, डा० रितु सिंह, डा० शम्भूनाथ सिंह, डा० विनोद कुमार, सहायक कुलसचिव शेख अंजुम, संतोष कुमार सिंह तथा प्रशाoअधि० डा० संदीप सिंह आदि उपस्थित रहे ।
कार्यक्रम में उपस्थित विद्वतजनों का स्वागत डॉ० स्मृति त्रिपाठी ने संचालन डॉ० अचला पांडेय तथा डॉ० दीप्ति कुमारी एवं आभार डॉ० सुमरिन श्रीवास्तव ने किया ।
वैभव सिंह
बुंदेलखंड कनेक्शन