झांसी 26 दिसंबर (वार्ता) झांसी जेल में बंद समाजवादी पार्टी (सपा) के पूर्व विधायक से मिलने पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री और पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आज भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि जनता के हर मोर्चे पर विफल सरकार कितनी ही कोशिश क्यों न कर लें लेकिन उसे भी पता है कि समाजवादी पार्टी ही उसे सत्ता से उखाड़ सकती है और इसीलिए सपा नेताओं के खिलाफ झूठे मुकदमें दर्ज कराकर जेल भेजा जा रहा है।

यहां जिला जेल में बंद समाजवादी नेता दीपनाराण से मुलाकात करने के बाद जेल परिसर के बाहर पत्रकारों से बात करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने नसीहत के रूप में धमकी भरे तेवर दिखाते हुए कहा कि भूले नहीं कि समय सबका बदलता है। यह परिपाटी जो सरकार डाल रही है यह लोकतंत्र के लिए बेहद खतरनाक है। जनता के हर मोर्च पर विफल सरकार लोगों का ध्यान हटाने के लिए ऐसे कार्य कर रही है। अधिकारी और संस्थाएं सभी दबाव में हैं और दबाव में सपा नेताओं के खिलाफ फर्जी मुकदमें लिखवाकर जेल में डालने का काम किया जा रहा है।
अखिलेश ने कहा कि सपा नेता दीप नारायण पूरी तरह से निर्दोष हैं उन्हें एक सोची समझी साजिश के तहत जेल भेजा गया है। उन्होंने न्यायपालिका पर पूरे भरोसे की बात कहते हुए कहा कि उन्हें पूर्ण विश्वास है कि वह अदालत में निर्दोष साबित होंगे और जल्द ही जेल से रिहा होंगे। उन्होंने सरकार के इशारे पर सजा काट रहे सपा विधायक को जेल के नियमानुसार तय सुविधाएं भी सरकार के इशारे में नहीं दिये जाने का भी आरोप लगाया।

अखिलेश ने कहा कि जनता के हर मुद्दे पर यह सरकार पूरी तरह से असफल है। महंगाई ,बेरोज़गारी चरम पर है कोई समाधान नहीं। इस सरकार में न्याय की उम्मीद कोइ नहीं कर सकता । अब तमाशा कर रहे हैं मंत्री दुनिया के अलग अलग देशों में निवेश लेने जा रहे हैं । विदेशों में एमओयू साइन कर रहे हैं।
सरकार के द्वारा किये जा रहे एमओयू पर सवाल उठाते हुए कहा कि कौन कौन से एमओयू किये हैं इन सब एमओयू को विधानसभा पटल पर रखा जाना चाहिए क्योंकि मंत्री आम जनता के पैसे पर विदेश जाकर यह समझौते कर रहे हैं तो जनता को यह जानने का हक है कि कौन कौन से एमओयू हुए हैं। एमओयू कैसे कर रहे हैं, क्या इस सरकार के पास को निश्चित औद्योगिक नीति है। जिस सरकार ने कोई औद्योगिक नीति ही नहीं बनायी वह यहां आने वाले कारोबारी के साथ काम किस आधार पर करेगी। है कोई नीति ताे बताये सरकार।
सरकार जिस तरह की परंपरा डाल रही है वह बहुत दुखद है। यह पहली बार है कि सरकार के दबाव में इनके इशारे पर संस्थाएं हाथ खड़ा कर दे रहीं हैं। इससे दुखद और कुछ हो नहीं सकता है।उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि इन्होंने जिला पंचायतें लूटीें, ब्लाॅक प्रमुखी के चुनाव लूटे, विधानसभा चुनाव में जब हार रहे थे तो जो कर सकते थे वह किया। जनता ने मतदान किया लेकिन जिस तरह के परिणाम जनता चाहती थी उस तरह के परिणाम नहीं आये लेकिन अगर बहुमत मिल गया है तो इसका मतलब यह नहीं कि पूरा का पूरा लोकतंत्र ही खत्म कर दें। जिस रास्ते पर सरकार जा रही है उससे समाजवादी पार्टी यूं ही मोर्चा लेती रहेगी।
केंद और राज्य की भाजपा सरकार पूरी तरह से असफल हैं। इसी असफलता को छिपाने के लिए मजबूत विपक्षी दल समाजवादी पार्टी के नेताओं को निशाना बनाया जा रहा है। केंद्र की सरकार को बने आठ साल हो गये और एक साल बाद चुनाव हैं, प्रधानमंत्री ने कितने वादे यहां किये क्या कोई बदलाव आया। जो काम आठ साल में नहीं हुआ वह अगले डेढ़ दो साल में कैसे हो जायेगा। डिफेंस के नाम पर बुंदेलखंड की जनता को धोखा दिया गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने झांसी को एक्सप्रेस वे से दिल्ली से जोड़ने की बात कही थी। बताएं क्या बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे में झांसी कहीं से जुड़ा है । मुख्यमंत्री को झांसी से दिल्ली जाने का रास्ता हीं नहीं पता था अगर उन्हें कुछ पता होता तो एक्सप्रेस वे से झांसी जुड़ा न होता।
इस सरकार मे किसान आत्महत्याएं कर रहें हैं, महिलाएं असुरक्षित हैं। पुलिस हिरासत में सर्वाधिक मौतें इस सरकार में हो रहीं हैं, बाजार पर चीन का कब्जा है और सरकार प्रोपेगेंडा में लगी है। झांसी में सैनिक स्कूल समाजवादी पार्टी सरकार में बना, क्या यह सरकार इस स्कूल को बजट भी दे पा रही है। मेडिकल कॉलेज में 500 बेड का सुपर स्पेशलिटी अस्पताल समाजवादी पार्टी की सरकार ने बनाया, क्या ये बजट दे पा रहे हैं। एंबुलेंस की , 100 नंबर की सुविधाओं की दुर्दशा कर दी गयी है, पैरामेडिकल के लिए सरकार बजट नहीं दे पा रही है। युवाओं को रोजगाार यह सरकार नहीं दे पा रही है। इस सरकार के पास किसी समस्या का समाधान नहीं है इसीलिए विपक्षी राजनीतिक दलों को आपस में उलझाये कर रखना चाहती है।
इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री के साथ सपा के वरिष्ठ नेता चंद्र पाल सिंह यादव, सतीश जतारिया, कालपी विधायक विनोद चतुर्वेदी, श्यामसुंदर सिंह यादव, जिलाध्यक्ष महेश कश्यप आदि उपस्थित रहे।
वैभव सिंह