झांसी 20 नवंबर। बुंदेलखंड में झांसी के टाेडीफतेहपुर थानाक्षेत्र में एक ऐसा हैरान कर देने वाले मामले का खुलासा पुलिस ने आज किया जिसमें ऑनलाइन गेमिंग का चस्का लगने के बाद एक नर्सिंग की छात्रा ने न केवल अपने अपहरण की साजिश रची बल्कि पिता से 06 लाख की फिरौती भी मांग डाली।
पुलिस द्वारा किये गये इस चौंका देने वाले खुलासे ने युवाओं में ऑनलाइन गेमिंग के कारण पनप रही आपराधिक प्रवृत्तियों की ओर ध्यानाकर्षित किया है।
ऑनलाइन गेमिंग में परिवार की गाढ़ी कमाई गंवाने के बाद दोस्तों से उधार लेकर पैसा लगाने वाली 19 वर्षीय युवती इस दलदल में कुछ ऐसी फंसी कि उधारी की रकम चुकाने के लिए बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के इंजीनियरिंग के छात्र समेत अपने चार दोस्तों के साथ मिलकर अपने अपहरण की न केवल साजिश रची बल्कि अपनी सही सलामत वापसी के लिए पिता से ही छह लाख की फिरौती भी मांग ली। पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए सभी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।

19 वर्षीय छात्रा के पिता बबलू ढीमर ने थाना टोड़ी फतेहपुर में रिपोर्ट दर्ज कराते हुए बताया कि उसकी बेटी नंदिनी नर्सिंग कॉलेज जाने की कहकर निकली थी लेकिन देर शाम तक नहीं आई और परिजनों के मोबाइल पर व्हाट्स ऐप कॉलिंग के माध्यम से अपहरण कर्ताओं ने बताया कि उसका अपहरण हो गया है। अगर अपनी पुत्री को सही सलामत चाहते हो तो छ लाख रुपए दे दो। इस सूचना के बाद सतर्क हुई पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर सबसे पहले फोन करने वाले मोबाइल को ट्रेस किया। पुलिस ने देर रात मोबाइल करने वाले युवक को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो सारा मामला सामने आ गया।
पकड़े गए युवक ने बताया कि छात्रा ने अपहरण की खुद साजिश रची थी ताकि वह ऑनलाइन गेमिंग में हारे रुपए और अपने साथियों का कर्ज चुकता कर सके, इसलिए साजिश रचकर परिजनों से रुपए ऐंठना चाहती थी। पुलिस ने देर रात युवती के मोबाइल को ट्रेस किया तो उसकी लोकेशन नोएडा मिली। मालूम हुआ कि युवती एक युवक साथी के साथ वहां है। इस सूचना पर पुलिस ने नोएडा दिल्ली में छापेमारी कर छात्रा और उसके साथी को गिरफ़्तार कर लिया।
पूछताछ में छात्रा ने बताया कि उसने खुद अपने साथियों के साथ अपहरण की साजिश रची थी ताकि घर वालों से जो फिरौती की रकम मिलेगी उससे वह अपना कर्ज चुका देगी और साथियों के भी रुपए वापस कर देगी।
एसएसपी सुधा सिंह ने बताया कि छात्रा नंदिनी समेत उसके साथियों हृदेश रायकवार,प्रियांशु रायकवार,शिवम रायकवार व नंदकिशोर रैकवार आदि के खिलाफ अभियोग पंजीकृत कर उन्हें जेल भेजा जा रहा है। उन्होंने बताया कि इनमें एक छात्र बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के इंजीनियरिंग विभाग का भी है।
वैभव सिंह
बुंदेलखंड कनेक्शन