झांसी। जूनियर महिला एशिया कप की गोल्ड मेडलिस्ट भारतीय टीम की कप्तान झांसी की बेटी ज्योति सिंह को आज नगर आगमन पर माउंट लिट्रा जी स्कूल में सम्मानित किया गया।
पूर्व ओलंपियन/अर्जुन एवर्डी अशोक ध्यानचंद और नगर के पूर्व खिलाड़ियों की मौजूदगी में भव्य स्वागत समारोह आयोजित किया गया,जिसमें माउंट लिट्रा जी स्कूल के निदेशक डॉ रोहित पाण्डेय ने ज्योति को पगड़ी, चांदी का मुकुट पहनाकर तलवार एवं 51हजार रुपए की नगद और स्मृति चिन्ह भेंट किया। इस मौके पर अर्जुन पुरुस्कार विजेता और पूर्व ओलंपियन अशोक ध्यानचंद के साथ साथ ज्योति के पिता धीरज परिहार और मां को भी सम्मानित किया गया।
ज्योति सिंह ने कहा कि एशिया कप की यह जीत विश्व कप में बेहतर प्रदर्शन के लिए टीम इंडिया को बल प्रदान करेगी।उन्होंने कहा कि अनुशासन ही सफलता की कुंजी है,चाहे वह खेल का मैदान हो या पढ़ाई आप अनुशासित रहकर ही अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकते है।
भारत सरकार वर्तमान में हॉकी के साथ साथ अन्य खेलों के खिलाड़ियों के लिए बेहतर से बेहतर सुविधाएं प्रदान कर रही है जिसके चलते हमारे ओलंपिक सहित मेजर टूर्नामेंटों में पदक जीत रहे है।उन्होंने हॉकी की बेहतरी के लिए यूरोपियन कंट्री की तरह यदि अपने देश में भी एस्ट्रो टर्फ मैदान की संख्या में बढ़ोतरी हो जाए तो भारत में फिर से हॉकी का स्वर्णिम वापस आ सकता है।
मस्कट में उन्होंने इस एशिया कप खिताब जीतने के बाद अपने शुरुआती कोच परमजीत बरार और भारतीय टीम के कोच पूर्व ओलंपियन तुषार खांडेकर के प्रति आभार भी जताया।
कार्यक्रम में खेल विशेषज्ञ बृजेंद्र यादव के साथ साथ अन्य गणमान्य उपस्थित रहे।
वैभव सिंह
बुंदेलखंड कनेक्शन