झांसी 26 मार्च । झांसी स्थित बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) द्वारा आयोजित विश्वविद्यालय एकीकरण शिविर के दूसरे दिन आज स्वयंसेवकों ने जल संरक्षण के प्रति जागरूक करने के लिए नुक्कड़ नाटक और पोस्टर का सहारा लिया।
स्वयंसेवकों ने जल के महत्व, संरक्षण के तरीके और जल संकट की समस्या को पोस्टर के माध्यम से प्रस्तुत किया।
राष्ट्रीय सेवा योजना की वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी डॉ. श्वेता पाण्डेय ने बताया बुंदेलखंड क्षेत्र में पानी एक बड़ी समस्या है। पानी को संरक्षित करके के इस समस्या से निजात पाया जा सकता है। इस वर्ष का विश्वविद्यालय एकीकरण शिविर जल संरक्षण की थीम पर आधारित है। गर्मी बढ़ने के साथ ही यहां जल समस्या एक विकराल समस्या के रूप में उपस्थित हो जाती है। जल्दी ही इन नाटकों को गांवों और शहर के चौराहों पर प्रस्तुत किया जाएगा और लोगों को जागरूक किया जाएगा।
राष्ट्रीय सेवा योजना जनपद झांसी के नोडल अधिकारी डॉ. उमेश कुमार ने बताया कि आज विश्वविद्यालय परिसर में संचालित सभी इकाइयों एवं महाविद्यालय से आए स्वयंसेवकों को पानी संरक्षण पर मौलिक विचार प्रस्तुत करने के लिए कहा गया। स्वयंसेवकों में सबसे पहले इकाई और फिर समूहों में विभाजित किया गया। सभी समूहों को साहित्य एवं कला की विधाओं के आधार पर जल संरक्षण के प्रति जागरूक करने का कार्य दिया गया।
डॉ. कुमार ने बताया कि महाविद्यालयों से आए हुए स्वयंसेवकों ने विश्वविद्यालय के स्वयंसेवकों ने जल संरक्षण के प्रति गंभीरता से विचार किया और नाटक, कहानी, लेख, गायन के द्वारा संरक्षित करने का प्रयास किया।
विश्वविद्यालय एकीकरण शिविर के दूसरे दिन आज कार्यक्रम अधिकारी डॉ. प्रशांत मिश्र, डॉ. राधिका चौधरी, डॉ. ज्योति कुमारी मिश्रा, डॉ. शुभांगी निगम, डॉ. संतोष पांडेय ने भी अपने स्वयंसेवकों के द्वारा मोटे अनाज, रक्तदान पर भी जागरूक किया।
वैभव सिंह
बुंदेलखंड कनेक्शन