झांसी 16 नंवबर। देश और दुनिया में अपने अदम्य साहस और वीरता के बल पर शौर्य की अमिट गाथा लिखने वाली झांसी की महारानी लक्ष्मीबाई की जयंती के उपलक्ष्य में उनकी कर्मभूमि पर विविध कार्यक्रमों का आयोजन होने जा रहा है। सरकारी स्तर पर इस बार पूरी भव्यता के साथ इस दिन को मनाने की तैयारियों जोरों शोरों पर हैं।
शासन के निर्देशानुसार झांसी जिला प्रशासन इस दिन विविध कार्यक्रमों का आयोजन करेगा।
मुख्य विकास अधिकारी श्री जुनैद अहमद ने बताया कि झॉसी जनपद की महान विभूति वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई जी का जन्म दिवस समारोह जिला पंचायत अध्यक्ष की अध्यक्षता में शाम चार बजे से विकास भवन सभागार में मनाया जायेगा जिसमें :
1- महारानी लक्ष्मीबाई जी के चित्र पर माल्यापर्ण एवं पुष्पांजलि तथा राष्ट्रीय अखण्डता शपथ
2- महारानी लक्ष्मीबाई जी के जीवन पर संगोष्ठी
3- सांयकाल दीपांजलि जैसे कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा
इसके अलावा 19 से 25 नवंबर के बीच राष्ट्रीय कौमी एकता सप्ताह मनाया जायेगा, जिसके तहत 19 नवम्बर- राष्ट्रीय अखण्डता दिवस
धर्म निरपेक्षता, साम्प्रदायिकता बिरोधी और अहिंसा सम्बन्धी विषयों को महत्व देने के लिये बैठकें, विचार गोष्ठियां . और सेमिनार आयोजित किये जायेंगे।
20-नवम्बर- अल्पसंख्यक कल्याण दिवस प्रधानमंत्री के 15 सूत्रीय संल्पसंख्यकों के कार्यक्रम की बातों पर जोर दिया जाये। दंगा संभावित शहरों में भाई-चारा बढ़ाने के लिये विशेष जुलूस निकाले जायेंगे।
21-नवम्बर- भाषाई सद्भावना दिवस के रूप में मनाया जोयगा जिसमें विशेष साहित्यिक समारोहों और कवि सम्मेलनों का आयोजन किया जाये ताकि भारत में प्रत्येक क्षेत्र के लोग एक दूसरे की भाषायी धरोहर को समझ सकेंगे ।
22 नवम्बर कमजोर वर्ग दिवस में रूप में मनाया जायेगा।विभिन्न सरकारी कार्यक्रमों के तहत अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति तथा कमजोर वर्ग के लोगों की सहायता करने वाली मदों का प्रचार प्रसार करने के लिये बैठकें और रैलियां आयोजित की जायें और अतिरिक्त जमीन, भूमिहीन मजदूरों को आवंटित करने पर जोर दिया जायेगा।
23-नवम्बर- सांस्कृतिक एकता दिवस के रूप में मनाते हुए “विविधता में एकता की भारतीय परम्परा को प्रस्तुत करने और सांस्कृतिक संरक्षण तथा अखण्डता को बढावा लिये सांस्कृतिक समारोहों का आयोजन किया जायेंगे।
24-नवम्बर- महिला दिवस के रूप में मनाया जायेगा जिसमें भारतीय समाज में महिलाओं के महत्व और राष्ट्र निर्माण में उनकी भूमिका को उजागर किया जाये ।
25 नवम्बर – संरक्षण दिवस के रूप में मनाया जायेगा जिसमें पर्यावरण को सुरक्षित रखने के प्रति जागरूकता बढाने की आवश्यकता पर बल देने के लिये बैठकों और समारोहों का आयोजन किया जायेगा।
वैभव सिंह
बुंदेलखंड कनेक्शन