झांसी 27 सितंबर। उत्तर प्रदेश के झांसी में विश्व पर्यटन दिवस 2024 के अवसर पर शुक्रवार को आयोजित कार्यक्रम में शिरकत करते हुए प्रदेश के पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि राजस्थान की तर्ज पर ही सरकार बुंदेलखंड की महत्वपूर्ण धरोहर यहां के किलों को पीपीपी मॉडल पर विकसित करने का प्रयास करेगी।
यहां प़ं. दीनदयाल सभागार में “ पर्यटन और शांति” विषय पर आयोजित कार्यक्रम में आये प्रदेश के पर्यटन मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार हो या फिर प्रदेश की सरकार दोनों ने बुंदेलखंड के विकास के लिए हर संभवप्रयास किया है। सरकार बुंदेलखंड क्षेत्र में विभिन्न प्रकार के पर्यटन जैसे ईको टूरिज्म, धार्मिक टूरिज्म, ऐतिहासिक टूरिज्म और आध्यात्मिक टूरिज्म की संभावनाओं को विकसित करने का लगातार प्रयास कर रही है।
उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र की ऐतिहासिक धरोहरों जैसे बावड़ियों और किलों आदि का विकास राजस्थान के किलों के तरह ही निजी क्षेत्र की सहभागिता से लीज पर देकर विकसित करने का प्रयास किया जा रहा है। निजी क्षेत्र की कंपनियां इसमें रूचि भी दिखा रहीं हैं। यहां के किलों को कुछ इस तरह से विकसित किये जाने का प्रयास किया जा रहा है कि देश के दूसरे हिस्सों और विशेषकर विदेशों से आने वाले लोग इन जगहों पर शादियां और बड़े बड़े आयोजन कर सकें और यहां आकर गौरवांवित महसूस कर सके।
उन्होंने कहा कि इस बुंदेलखंड में 78 करोड़ रूपये की पर्यटन विकास सुविधाएं चलने का काम हो रहा है और सरकार इस क्षेत्र में निरंतर पर्यटन के विकास तथा उसकी मदद से इस क्षेत्र में रोजगार के नये अवसर पैदा करने के लिए प्रयास कर रही है।
तिरूपति मंदिर प्रसादम में मिलावट को लेकर पूछे गये सवाल के जवाब में श्री सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार खाने पीने के सामान में किसी भी तरह की मिलावट के सख्त खिलाफ है और इसे रोकने लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। इसी दौरान अवैध कब्जों और भूमाफियाओं को लेकर पूछे गये सवाल के जवाब में कहा कि किसी भी तरह से जमीनों पर अवैध कब्जों को रोकने के लिए सरकार पूरी गंभीरता से काम कर रही है । किसी भूमाफिया को बख्शा नहीं जायेगा।
वैभव सिंह
बुंदेलखंड कनेक्शन