झांसी 16 सितंबर। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अनुसूचित मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष लाल सिंह आर्य ने सोमवार को आरक्षण के मुद्दे पर कांग्रेस और राहुल गांधी पर तीखा हमला करते हुए कांग्रेस को दलित ,आदिवासी और आरक्षण विरोधी पार्टी बताया।
यहां सर्किट हाउस में पत्रकारों से बात करते हुए अनुसूचित मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि लोकसभा चुनाव से पहले संविधान की प्रतियां हाथ में लेकर जो संविधान बचाने का दावा करते थे , उनके नेता आज अमेरिका में जाकर संविधान के तहत दिये गये आरक्षण को खत्म करने की बात कर रहे हैं।अमेरिका में श्री गांधी ने कहा कि देश में जैसे ही उनकी सरकार बनती है या उनके लिए अनुकूल परिस्थितियां बनती हैं वैसे ही वह एससी,एसटी और ओबीसी आरक्षण खत्म करने का विचार करेंगे। इससे साफ है कि कांग्रेस ,लोगों के साथ पूरी तरह से छल और कपट करने वाली पार्टी है।
श्री आर्य ने कहा कि जो पार्टी लोकसभा चुनाव से पहले संविधान को लेकर देश के आमजन को भड़का रही थी कि भाजपा सत्ता में आयी तो आरक्षण खत्म कर देगी। उसी पार्टी के एक प्रमुख नेता चुनाव में वोट हासिल करने के बाद अब अमेरिका की यात्रा पर जाकर आरक्षण खत्म करने की बात करते हैं।
उन्होंने कहा कि यह पहली बार नहीं है कि कांग्रेस आरक्षण का विरोध कर रही है। आरक्षण से संबंधित 1956 में पेश की गयी काका कालेलकर रिपोर्ट को नेहरू जी ने खारिज किया, 1961 में नेहरूजी ने मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखकर आरक्षण का समर्थन न करने की बात कही। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने भी आरक्षण के मुद्दे को कूड़ेदान में डाल दिया इसके बाद 1990 में राजीव गांधी ने लाेकसभा में आरक्षण का विरोध किया और अब राहुल गांधी आरक्षण खत्म करने की बात कर रहे हैं।यह साफ दिखाता है कि कांग्रेस पार्टी शुरूआत से ही आरक्षण विरोधी है।
श्री आर्य ने कहा कि आरक्षण के मुद्दे पर भाजपा का पक्ष पहले की ही तरह आज भी स्पष्ट है । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि जब तक मोदी और भाजपा है तब तक आरक्षण और संविधान को खरोंच भी नहीं आयेगी। गृहमंत्री और भाजपा के अध्यक्ष ने भी यही बात दोहरायी है। लोकसभा चुनाव से पहले आरक्षण पर भाजपा का जो मत था चुनाव के बाद भी वही है लेकिन यह कांग्रेस पार्टी है जो चुनाव के बाद आरक्षण पर शीर्षासन करने लगी है।
उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस अंबेडकर विरोधी है। कांग्रेस ने डॉ़ अंबेडकर के सामाजिक और राजनीतिक जीवन को खत्म करने का पाप कांग्रेस ने किया। गांधी परिवार के लोगों को भारतरत्न बड़ी ही आसानी से मिल जाता है लेकिन डॉ़ अंबेडकर को कांग्रेस की सरकार के रहते भारत रत्न दिये जाने का प्रयास तक नहीं किया गया। बाबा साहब को यह सम्मान अटल जी और आडवाणी जी के प्रयासों से वीपी सिंह सरकार के समय मृत्यु के 43 साल बाद दिया गया। कांग्रेस ने परिचय को ही समाप्त करने का षडयंत्र कांग्रेस ने किया। कांग्रेस की सरकार ने बाबा साहब के नाम से एक भी राष्ट्रीय स्मारक नहीं बनाया जबकि भाजपा सरकार ने उनसे जुड़े पांच महत्वपूर्ण स्थानों पर राष्ट्रीय स्मारक बनवाये।
इससे साफ है कि कांग्रेस संविधान और अंबेडकर विरोधी भी है। यह ऐसी पार्टी है कि कहती कुछ है और करती कुछ और ही है। आरक्षण को हटाने की बात कर दलितों और आदिवासियों के खिलाफ षडयंत्र रच रही है।
वैभव सिंह
बुंदेलखंड कनेक्शन