जानें अब कौन से पत्रकार उतरे मैदान में
झांसी 12 दिसंबर। उत्तर प्रदेश नगर निकाय चुनाव के तहत झांसी में बढ़ रही राजनीतिक उथल पुथल में इस बार एक नया ट्रेंड देखने को मिल रहा है । नेताओं की उम्मीदवारी की खबरें देने वाले पत्रकारों के भी चुनावी दंगल में कूदने से यह रण काफी रोचक हो गया है। महानगर के जाने माने पत्रकार मो़ तौसीफ की धर्मपत्नी रजिया ने वार्ड नंबर 52 से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में अपनी दावेदारी पेश कर रहीं हैं।
श्रीमती रजिया ने अपनी दावेदारी पेश करते हुए कहा कि पूरे वार्ड में सबसे बड़ी समस्या पानी की है जो कि पिछले कई वर्षों से चली आ रही है , इस बीच कई पार्षद आए और गए लेकिन समस्या से आज तक निजात नहीं मिली।
उन्होंने कहा कि इस बार अगर वार्ड की जनता उन्हें मौका देती है तो वार्ड की सबसे बड़ी पानी की समस्या से पूरी कोशिश करेंगे । वहीं अगर बात करें तो यहां पर हर वर्ष बारिश में नाले का गंदा पानी लोगों के घरों में घुस जाता है जिसकी आज तक कोई भी सुनवाई नहीं हुई है । अगर उन्हें मौका मिला तो बारिश आने से पहले नाले की सफाई करा कर इस समस्या से भी लोगों को छुटकारा दिलाएंगे।
उन्होंनें वर्तमान पार्षद पर निशाना साधते हुए कहा कि पिछले 5 वर्षों में यहां की जनता की समस्या सुनने तक नहीं आए । गर्मियों में जब हैंडपंप सूख जाते हैं या खराब हो जाते हैं तो यहां के लोगों को खुद ही अपने पैसों से उसको ठीक कर आना पड़ता है। नगर निगम द्वारा सारी सुविधाएं उपलब्ध हैं उसके बाद भी यहां की जनता को इन सभी सुविधाओं से वंचित रखा जाता है। उन्होंने कहा कि अगर मौका मिला तो वह वार्ड की जनता की समस्याओं को दूर करने का काम करेंगी और वार्ड में विकास का परचम लहराएंगी।
इससे पहले झांसी जिले के जाने माने पत्रकार संगठन “ झांसी मीडिया क्लब” के अध्यक्ष मुकेश वर्मा ने महापौर के टिकट के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से टिकट मांगा था । इस संंबंध में उन्होंने भाजपा जिलाध्यक्ष से मिलकर अपनी दावेदारी का आवेदन भी सौंपा था। इसके बाद एक और जाने माने पत्रकार मो़ तौसीफ की धर्मपत्नी किसी बैनर के तले नहीं बल्कि “ एकला चलो रे” के सिद्धांत पर निदर्लीय उम्मीदवार के रूप में दावेदारी कर रहीं हैं।
निकाय चुनाव का मौसम धीरे धीरे गरमाने लगाा है और इस बार पत्रकार जगत के लोगों का भी चुनाव लड़ने को लेकर जोश आसमान पर है। आगे यह देखना और भी रोचक होगा कि पत्रकार जगत के अन्य लोग भी इन चुनावों से राजनीति के गलियारे में प्रवेश की कोशिश करते दिखायी देते हैं या नहीं।