नोडल अधिकारी डॉ एन के जैन ने बताया कि प्रत्येक मातृ मृत्यु केस की इकाई आधारित समीक्षा तथा समुदाय आधारित समीक्षा निर्धारित प्रपत्रों पर की जाती है। जनपदीय समिति के समक्ष दोनों समीक्षाओं का गहन विश्लेषण किया जाता है एवं भविष्य में मातृ मृत्यु को होने से रोकने हेतु आवश्यक रणनीतियां बनाई जाती हैं।
बैठक में स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी डॉ विजयश्री शुक्ला ने पावरप्वाइंट प्रस्तुतिकरण के माध्यम से बताया कि माह अप्रैल 2024 से जून 2024 के मध्य 18 मातृ मृत्यु केस रिपोर्ट किए गए हैं। जिसमें से जनपद झांसी के 9 केस रिपोर्ट किए गए हैं, जो कि मऊरानीपुर के 3, बड़ागांव के 2, मोंठ व बबीना का 1-1 और नगरीय क्षेत्र के 2 केस हैं। 18 सूचित मातृ मृत्यु केस में से 14 केस की मृत्यु महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में, 1 की मृत्यु सीएचसी पर, 2 की मृत्यु प्राइवेट हॉस्पिटल में एवं 1 मातृ मृत्यु रास्ते में हुई है।
नोडल अधिकारी डॉ एन के जैन ने समीक्षा करते हुए सभी अधीक्षक व प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रत्येक माह की 1, 9, 16 व 24 तारीख को आयोजित प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान में एचआरपी महिलाओं की चिकित्सक द्वारा गुणवत्तापूर्ण जांच की जाती है एवं ई रूपी वाउचर जनरेट कर निर्धारित अल्ट्रासाउंड सेंटर पर निःशुल्क अल्ट्रासाउंड की सुविधा दी जाती है। अतः सभी आशाओं व एएनएम को प्राथमिकता के आधार पर एचआरपी महिलाओं तथा सभी गर्भवती महिलाओं की जांच चिकित्सक से करवाने हेतु निर्देशित किया जाए।