जालौन 09 मई । बुंदेलखंड के जनपद जालौन उरई मुख्यालय के अंतर्गत मंगलवार को इन्टैक उरई अध्याय व संस्कार भारती जालौन के संयुक्त तत्वाधान में श्री बुद्ध वीथिका का शुभारम्भ हुआ।

श्री बुद्ध वीथिका का शुभारम्भ भाजपा जालौन की उपाध्यक्ष रेखा वर्मा ने प्रथम पूज्य श्रीगणेश जी के समक्ष दीप प्रज्वलित व पुष्पार्पण कर किया।
इस अवसर पर श्रीमती वर्मा ने कहा कि भगवान बुद्ध, भगवान श्री विष्णु के ही अवतारी हैं।यह अवतार तब हुआ जब समाज में रक्त रंजित हिंसा का पूरी तरह से बोलबाला था। हर कार्य तलवार की धार से खून बहाकर होता था। ऐसे समय में अहिंसा का संदेश देकर बुद्ध भगवान ने मानव जाति के पतन को रोक दिया। चक्रवर्ती सम्राट अशोक तो इतने प्रभावित हुए कि वे स्वयं बुद्ध की शरण में चले गये।इस वीथिका से भगवान बुद्ध के कार्यों व संदेशों से समाज को एक नवीन ऊर्जा प्राप्त होती है। समूचे जनपद जालौन में श्री बुद्ध वीथिका का सर्व प्रथम शुभारम्भ एक सुखद आयोजन है।

इस वीथिका में भगवान बुद्ध की पन्ना, पुखराज, गुलाबी व काले जैड जैसे रत्नीय पत्थरों की मूर्तियों के साथ साथ थाईलैंड, लाओस,जापान,नेपाल,तथा भारत के तमाम डाक टिकट प्रदर्शित किए गए। इनके अलावा कुषाण कालीन ताम्र मुद्रायें, तथा नेपाल, श्रीलंका , चीन, भूटान आदि देशों द्वारा श्री बुद्ध के चित्र से युक्त मुद्रायें भी प्रदर्शित की गई।

इस अवसर पर डा. हरी मोहन पुरवार ने बताया कि वर्तमान समय में चीन द्वारा आयातित बौद्ध की एक परिकल्पना और भी है जिसे हम लोग लाफिंग बुद्धा के नाम से जानते हैं।यह भी मान्यता है कि लाफिंग बुद्धा श्रीकुबेर के अवतार हैं।जैसा नाम लाफिंग बुद्धा उसी के अनुसार उनके सभी चित्र व मूर्तियां इत्यादि हंसते हुये हैं जोकि यह संदेश देते हैं कि व्यक्ति को सदैव हंसते रहना चाहिये।
प्रदर्शनी में लाफिंग बुद्धा की मूर्ति के साथ साथ श्रीलंका तथा पलाऊ देश की लाफिंग बुद्धा के चित्र से युक्त अपरिचालित मुद्रायें भी प्रदर्शित की गई। मंगोलिया देश की भगवान बुद्ध की एक ऐसी मुद्रा भी प्रदर्शित की गई जो कि बुद्ध भगवान की साक्षात् मूर्ति का आकार लिये है।
इस वीथिका में प्रदर्शित समस्त वस्तुएं सन्ध्या पुरवार व डा. हरी मोहन पुरवार के निजी संग्रह से हैं। इस अवसर पर राहुल पाटकर, श्रीमती प्रियन्का अग्रवाल,कु. मुस्कान , नवीन पाटकर, आदि का विशेष योगदान रहा।
अनिल, वैभव सिंह
बुंदेलखंड कनेक्शन