झांसी 02 जून । बुंदेलखंड में झांसी में आद्य पत्रकार देवर्षि नारद की जयंती के उपलक्ष्य में रविवार को आयोजित पत्रकार संगोष्ठी में समसामयिक ज्वलंत मुद्दों पर गहन विमर्श हुआ।


हां बुंदेलखंड महाविद्यालय (बीकेडी) के स्वर्ण जयंती सभागार में विश्व संवाद केंद्र के तत्वावधान में नारद जयंती समारोह समिति झांसी महानगर द्वारा आयोजित
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि राष्ट्रीय संयोजक जल जन जोड़ों अभियान व सदस्य वर्ड वाटर काउंसिल डा संजय सिंह , मुख्य वक्ता के रूप में प्रदेश प्रभारी मप्र हिंदुस्थान समाचार एजेंसी व फिल्म सेंसर बोर्ड के सलाहकार समिति भारत सरकार के सदस्य डा मयंक चतुर्वेदी रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता बीकेडी प्राचार्य डा एसके राय ने की। सर्व प्रथम अतिथियों द्वारा मां सरस्वती, महर्षि नारद जी व वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई के चित्रों पर माल्यार्पण,दीप प्रज्वलन के बाद सरिता सोनी द्वारा मां सरस्वती वंदना के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। राजेश तिवारी ने देवर्षि नारद जी पर लिखा गीत की सुंदर प्रस्तुति दी।

मुख्य अतिथि डा संजय सिंह ने ग्लोबल वार्मिंग से सर्वाधिक प्रभावित होने वाले क्षेत्रों में बुन्देलखण्ड क्षेत्र के होने की बात कहते हुए यहां दिनों दिन विकराल होती जा रही पानी की समस्या की ओर ध्यान आकर्षित कराते हुए जल संचयन पर विशेष जोर दिया। उन्होंने वैश्विक ताप वृद्धि के बड़े खतरे को रेखांकित करते हुए कहा कि अगर हम नहीं सुधरे तो 20 साल बाद नदियों का बहना बंद हो जायेगा।उन्होंने कहा कि नारद जी ने खबरों का आदान-प्रदान कर पत्रकारिता का सूत्रपात किया था,जिसका निर्वाहन आज संघर्षशील मीडिया द्वारा बखूबी निभाया जा रहा है। पत्रकारों के सामने भी चुनौतियां हैं, सोशल मीडिया ने इन चुनौतियों को और बढ़ा दिया है, जिसके चलते पत्रकारों को संवेदनशीलता से दायित्वों का निर्वहन करना होगा।
मुख्य वक्ता डा मयंक चतुर्वेदी ने कहा कि नारद जी देवताओं के ऋषि हैं, उन्हें देवर्षि कहा जाता है लेकिन फिल्मों व टीवीसीरियलो में नारद जी के चरित्र का गलत तरीके से चित्रांकन किया गया। सही मायने में उत्तर प्रदेश से ही नारद जी को आदर्श के रूप स्थापित किया गया, लखनऊ से प्रारंभ नारद जयंती देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी मनाई जाने लगी है।नारद जी ने लोक कल्याण के लिए पत्रकारिता की।
पत्रकार लोक कल्याण के लिए सकारात्मक खबरों पर काम करें, समाज की ज्वलंत समस्याओं को निडरता से उजागर करें, तभी यह नारद जयंती मनाना सार्थक होगा, उन्होंने जल संचयन व वृक्षारोपण करने का संकल्प लेने का आव्हान भी किया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए बीकेडी प्राचार्य डा एसके राय ने कहा कि बेबाकी से देवताओं से लेकर असुरों के बीच पहुंच कर संवाद करने वाले नारद जी के सही चरित्र को सामने लाना बेहद जरूरी है। समाज में अत्यंत कठिनाई व चुनौतियां हैं, जिन्हें उजागर करना एक कठिन काम है, लेकिन सच सामने लाने के लिए डरना
नहीं है। मीडिया को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ कहा जाता है, सबसे महत्वपूर्ण भूमिका चौथे स्तंभ की ही होती है,समाज व राष्ट्र आपसे बहुत अपेक्षाएं करता है। पत्रकारों को आर्थिक सबलता और सामाजिक सुरक्षा मिलनी चाहिए।
कार्यक्रम का संचालन कार्यक्रम संयोजक महेश पटैरिया ने किया। इस दौरान इलेक्ट्रॉनिक मीडिया क्लब अध्यक्ष पुष्पेंद्र सिंह यादव, झांसी मीडिया क्लब अध्यक्ष मुकेश वर्मा, इंडियन जर्नलिस्ट एसोसिएशन जिलाध्यक्ष राजेश कुमार चौरसिया, हेमन्त गुप्ता आदि ने स्मृति चिन्ह भेंट कर व शाल ओढ़ाकर अतिथियों का स्वागत व सम्मान किया।
इस दौरान उपजा जिलाध्यक्ष सोनिया पाण्डे, वरिष्ठ पत्रकार राम सेवक अड़जरिया, शीतल तिवारी, प्रभात सक्सेना, रिपूसूदन नामदेव, देवेन्द्र शुक्ला, रवि शर्मा, दीपचंद चौबे, लक्ष्मीनारायण शर्मा, अमित सोनी, रोहित झा, रानू साहू, वैभव सिंह, अख्तर खान, विजय कुशवाहा, दीपक त्रिपाठी, सारश्वत, इमरान खान, अमित रावत, भरत कुलश्रेष्ठ, बबलू रमैया, राहुल उपाध्याय, मैथिली शरण मुदगिल, राष्ट्र भक्त संगठन के केन्द्रीय अध्यक्ष अंचल अड़जरिया, श्रीमती हर्षिता पटैरिया, हरि प्रिया आदि उपस्थित रहे। सभी का आभार जितेंद्र मिश्रा ने व्यक्त किया।
वैभव सिंह
बुंदेलखंड कनेक्शन
