झांसी 02 अगस्त । वीरांगना नगरी झांसी में आज भारत पैट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) करारी डिपो परिसर में ‘‘बेसिक लाइफ लाइन सपोर्ट’’ कार्यशाला का आयोजन किया गया ,जिसमें भारी वाहन चालकों को यह बताया गया कि किसी दुर्घटना की स्थिति में शुरूआती गोल्डन आवर में किस तरह से घायल को प्राथमिक उपचार देकर उसकी जान बचायी जा सकती है।
राष्ट्रीय बोन एवं ज्वांइट सप्ताह के दूसरे दिन आज इस दौरान झांसी ऑर्थोपेडिक क्लब एवं प्रगति सोशल डेवलपमेंट सोसायटी के नेतृत्व में बीपीसीएल के सहयोग से सैकड़ों हैवी वाहन चालकों (ड्रक, डम्पर, टैंक , लॉरी ) एवं उनके सहायकों तथा बीपीसीएल के सदस्यों को दुर्घटना के उपरान्त गोल्डन पीरियड में घायलों की जान बचाने की तकनीक के बारे में विस्तार से समझाया गया।
इस दौरान डॉ़ मयंक बंसल ने बेसिक लाइफ सपोर्ट के सम्बन्ध में व्यक्तिगत प्रशिक्षण दिया। उन्होंने मुंह से कृत्रिम सांस देना तथा हृदय गति रूक जाने पर सीपीआरडी कर हृदय गति पुनः सुचारू करने का प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि दुर्घटना के बाद पीड़ित तक मेडिकल हेल्प या ऐम्बुलेंस पहुंचने में सामान्यतः 30 मिनट लग जाते हैं। ये 30 मिनिट गोल्डन पीरियड कहलाते हैं जो जिन्दगी और मौत में अन्तर पैदा करते हैं। यदि कोई प्रशिक्षित व्यक्ति दुर्घटना स्थल पर मौजूद है तो वह इन 30 मिनिट में मरीज को लाइफ सपोर्ट प्रदान कर सकता है।
प्रगति सोशल डेवलपमेंट सोसायटी के अध्यक्ष राहुल रिछारिया ने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्गों पर दिन प्रतिदिन बढ़ रही रही सड़क दुर्घटनाओं को दृष्टिगत रखते हुए इस प्रकार की कार्यशालायें आयोजित कर घायलों की जान बचाने हेतु प्रशिक्षित करना एक सराहनीय प्रयास है। दुर्घटना के उपरान्त हड़बड़ाहट के कारण हम तत्काल स्वयं से मदद करना भूल जाते हैं या फिर यूँ कहें कि हमें ज्ञात ही नहीं होता कि करना क्या है ?
ऐसे समय में टेक्नोलाॅजी का भी सही उपयोग एक वरदान साबित हो सकता है। हमें अपने मोबाइल में एक इमरजेंसी मैसेज गु्रप विकसित करना होगा जिसमें डाॅक्टर, पुलिस, ऐम्बुलेंस, घर एवं रिश्तेदार एवं समस्त प्रकार हेल्पलाइन नम्बर जुड़े हों। दुर्घटना होते ही यह मैसेज स्वतः फाॅरवर्ड होना चाहिए ताकि घटना की लोकेशन एवं समय रहते सहायता मिल सके। जब तक ऐंम्बुलेंस नहीं पहुंचती तब तक हम स्वयं इस प्रशिक्षण से प्राप्त जानकारी के आधार पर बहुत कुछ कर सकते हैं।
भारत पैट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड डिपो इंचार्ज सचिन रावत तथा बिक्री कर अधिकारी विवेक शर्मा के नेतृत्व में उपस्थित सभी हैवी वाहन चालकों एवं डिपो कर्मचारियों ने प्रशिक्षण के उपरान्त आयोजन मण्डल का आभार प्रकट किया।
वैभव सिंह
बुंदेलखंड कनेक्शन