29 अक्टूबर, झांसी। बुंदेलखंड की एक बड़ी समस्या अन्ना प्रथा से निपटने के लिए सरकार, प्रशासन की मदद से लगातार प्रयास कर रही है और इसी क्रम में झांसी जनपद में चार नयी गौशालाओं के निर्माण की तैयारियां शुरू कर दी गयी हैं।
जनपद के बामौर विकास खंड के गौती ग्राम पंचायत में 10.692 एकड़, गुरसराय विकास खंड के गूढा ग्राम पंचायत में 11.328, धवारी ग्राम पंचायत में 12.36 एकड़ और बंगरा विकास खंड के पठगुआ ग्राम पंचायत में 5.493 एकड़ क्षेत्रफल में गौशालाओं के निर्माण की तैयारी चल रही है। अनुमान है कि एक गौशाला में 2500 से 3000 तक निराश्रित गौवंशों को रखा जा सकेगा। इन चारों गौशालाओं के तैयार हो जाने के बाद इनमें दस से बारह हजार गौवंशों को रखे जाने की क्षमता होगी।
झांसी के मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ सुरेश कुमार ने बताया कि शासन के निर्देश हैं कि सभी निराश्रित गौवंशों को आश्रय स्थल तक पहुंचाया जाए। जनपद में प्रस्तावित आश्रय स्थलों के बन जाने के बाद सभी निराश्रित गौवंशों को आश्रय मिल जाएगा
वर्तमान में झांसी जनपद में 246 गौशालाओं में 34,180 गौवंश संरक्षित हैं और तैयारी है कि 5879 चिह्नित निराश्रित गौवंशों के लिए आने वाले समय में जल्द से जल्द आश्रय स्थल तैयार कर लिए जाएं।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश हैं कि सभी निराश्रित गौवंशों को गोशालाओं में पहुंचा दिया जाए और जहां जरूरी हो, वहां गोशालाओं का निर्माण कराया जाए। सरकार की मंशा को देखते हुए झांसी जनपद में चार बड़ी गौशालाओं का निर्माण कर सभी निराश्रित गौवंशों को संरक्षित करने की तैयारी चल रही है।