बबीना विधायक ने जिलाधिकारी को लिखा पत्र

बेखौफ स्कूल संचालक ने फेंका उपजिलाधिकारी का लिखित पत्र

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झांसी 26 जुलाई।बुंदेलखंड में झांसी के टहरौली में एक इंटर कॉलेज संचालक को बच्चे का स्कूल छोड़कर जाने का फैसला इतना नागवार गुजरा कि उसने बच्चे, उसके अभिभावक के साथ तो अभद्रता की बल्कि उपजिलाधकारी के लिखित पत्र को फेंक दिया। यह घटना शासन -प्रशासन की मंशा के विपरीत शिक्षा माफिया के बुलंद हौंसलों को उजागर करती है।

प्राप्त जानकारी में अनुसार थानाक्षेत्र टहरौली के ग्राम बकायन निवासी बालादीन अहिरवार पुत्र रामसहाय ने थाना प्रभारी टहरौली को दिये शिकायती पत्र में बताया कि उसके दो बेटे बमनुआँ, टहरौली स्थित एक इण्टर कॉलेज में पढ़ते हैं। उसका बड़ा पुत्र विक्रम अहिरवार कक्षा बारहवीं में पढ़ता है जबकि उसका छोटा पुत्र विनय कुमार उसी विद्यालय से कक्षा दसवीं की परीक्षा उत्तीर्ण  कर चुका है।

प्रार्थी ने बताया कि वह अपने छोटे पुत्र विनय कुमार को दसवीं के बाद अन्य विद्यालय में पढ़ाना चाहता है जिसके लिये वह विद्यालय गया और उसने अपने पुत्र की टी.सी. व मार्कशीट  माँगी। विद्यालय संचालक द्वारा उसके ऊपर दवाब बनाया गया कि वह अपने पुत्र को उसी विद्यालय में पढ़ाता रहे लेकिन उसने मना कर दिया। जिसके बाद विद्यालय संचालक द्वारा टी.सी. व  मार्कशीट देने से मना कर दिया गया।

विद्यालय संचालक द्वारा टीसी व मार्कशीट के लिए मना करने पर छात्र विनय कुमार व उसके पिता बालादीन अहिरवार ने उपजिलाधिकारी टहरौली का दरवाजा खटखटाया ।

उपजिलाधिकारी टहरौली ने मामले की गंभीरता को देखते हुये तत्काल फोन लगाकर उक्त विद्यालय संचालक को छात्र विनय कुमार की टीसी व मार्कशीट देने के किये आदेशित किया व  लिखित रूप से भी आदेश दिया।

छात्र विनय  पिता बालादीन अहिरवार जब उपजिलाधिकारी टहरौली का लिखित आदेश लेकर  विद्यालय संचालक के पास पहुंचे तो वह तैश में आ गया और छात्र व उसके पिता के साथ ही अभद्रता शुरू कर दी। इतना ही नहीं, विद्यालय संचालक ने उपजिलाधिकारी टहरौली के लिखित आदेश को फेंक दिया। छात्र के पिता का आरोप है कि  विद्यालय संचालक ने उससे  रुपयों की अवैध मांग भी की।

छात्र के पिता का कहना है कि उसके पुत्र की पूरी फीस भी जमा है जिसकी छायाप्रति उसने शिकायती पत्र के साथ संलग्न की हुई है।शिकायतकर्ता बालादीन ने  कहा कि जब वह और उनका छोटा पुत्र विनय कुमार विद्यालय से घर आ गये तो उक्त विद्यालय संचालन ने वहीं कक्षा बारहवीं में पढ़ने वाले उसके बड़े पुत्र विक्रम बेरहमी से पीटा और गाली  गलौज करते हुये उसका भविष्य खराब करने की धमकी भी दी।
ऐसी घटनाएं सूबे की योगी सरकार की शिक्षा नीतियों  पर सवालिया निशान लगता हुआ नजर आ रहा है जबकि जिला के बड़े अधिकारियों से बेखौफ होकर यह शिक्षा माफिया खुली गुंडागर्दी  करने से भी बाज नहीं आ रहे हैं।

जब इस विषय में उपजिलाधिकारी टहरौली अजय कुमार से बात की गयी तो उन्होंने कहा कि नियमों के विरुद्ध कोई भी कार्य बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी झांसी को पत्र लिखकर उक्त विद्यालय व उसके संचालक के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई सुनिश्चित करवायी जायेगी।

वैभव सिंह
बुंदेलखंड कनेक्शन

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