झांसी।बुंदेलखंड के झांसी स्थित रानी लक्ष्मी बाई केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक डॉ. प्रभात तिवारी को भारतीय कृषि वानिकी सोसाइटी द्वारा कृषिवानिकी के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने हेतु गोल्ड मेडल पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
डॉ. तिवारी वर्तमान में कृषि विश्वविद्यालय में कृषिवानिकी के सहायक प्राध्यापक के रूप में कार्य कर रहे हैं। डॉ प्रभात को यह पुरस्कार केंद्रीय कृषि वानिकी अनुसंधान संस्थान के सभागार में राष्ट्रीय कृषिवानिकी दिवस के दिन दिया भारतीय कृषि वनिकी सोसाइटी के अध्यक्ष तथा संस्थान के निदेशक डॉ. अरुणाचलम केंद्रीय कृषि वानिकी अनुसंधान संस्थान के पूर्व निदेशक डॉ. ओपी चतुर्वेदी, इंडियन काउंसिल आफ रिसर्च इन एग्रोफॉरेस्ट्री के साउथ एशिया रीजनल प्रोग्राम के प्रमुख डॉ शिवकुमार ध्यानी, एडीजी (एनआरएम) डॉ. ए वेलमुर्गन सहित मुख्य अतिथि एएसआरबी के पूर्व चेयरमैन डॉ. गुरवचन सिंह के कर कमलों से प्रदान किया गया।
डॉ. तिवारी को यह उपलब्धि कृषि वानिकी शोध एवं प्रसार में उत्कृष्ट कार्य हेतु दी गई। डॉ. तिवारी ने विश्वविद्यालय सहित किसनों की भूमि पर उन्नत कृषिवानिकी के मॉडल स्थापित किए गए हैं तथा लगातार कृषिवनिकी शोध एवं प्रसार गतिविधियों पर उत्कृष्ट कार्य कर रहे हैं।
डॉ. तिवारी की इस उपलब्धि पर विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. अशोक कुमार सिंह सहित अधिष्ठाता उद्यानिकी एवं वानिकी मनीष श्रीवास्तव, निदेशक प्रसार शिक्षा डॉ. एस के सिंह व एसोसिएट डीन डॉ. एमजे डोबरियाल ने बधाई दी एवं उनके उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं प्रेषित की।