झांसी 02 नवंबर। झांसी जनपद में डेंगू के बढ़ते मामलों के बीच जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने लोगों से पूरी सतर्कता बरतने की आज अपील की।
आमजन के लिए जारी संदेश में जिलाधिकारी ने कहा कि डेंगू बुखार का उपचार सम्भव है, बुखार से पीड़ित व्यक्ति तत्काल जांच कराकर अपना इलाज शुरू कराये। उन्होंने जनपद वासियों को डेंगू से बचाव के लिए ली जाने वाली सावधानियों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि देश में हर साल डेंगू के मरीजों की संख्या में वृद्धि हो रही है। डेंगू के बुखार को हड्डी तोड़ बुखार के नाम से भी जाना जाता है जो स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक होता है। मच्छर के द्वारा संचारित होने वाला यह बुखार कभी-कभी घातक भी सिद्ध होता है। इसके तीव्र लक्षण कभी-कभी कुछ समय बाद देखे या महसूस किए जाते हैं, हालांकि यदि इनकी समय पर पहचान कर ली जाये तब इससे बचाव या उपचार करने में मदद भी मिल सकती है।
उन्होंने बताया कि अक्सर डेंगू के लक्षण सामान्य फ्लू या वायरल बुखार से मिलते जुलते लगते हैं, सही पहचान के लिए तुरंत एक ब्लड टेस्ट करवा लें। सामान्य रूप से देखे जाने वाले डेंगू के लक्षण मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द,शरीर पर पड़ने वाले लाल निशान जो थोड़े समय बाद ठीक होने के बाद पुनः वापस भी आ जाते हैं। तेज़ बुखार, बहुत तेज़ सिर दर्द,आँखों के पीछे दर्द,उल्टी आना और चक्कर महसूस होना।
यह लक्षण हों तब तुरंत सलाह के लिए डॉक्टर के पास जाएँ और आवश्यक इलाज शुदि यह लक्ष्रू करवा दें। केवल एक अच्छा डॉक्टर ही डेंगू से बचाव के हेल्दी उपाय के बारे में आपको बता सकता है। जैसे कहा भी कहा गया है कि उपाय की तुलना में बचाव अधिक अच्छा होता है, उन्होंने कहा कि डेंगू इन्फेक्शन से बचा जा सकता है और इस बीमारी से बचाव करते हुए एक हेल्दी लाइफस्टाल को जिया जा सकता है।
रहने की जगह और उसके आस पास के इलाकों में सम्पूर्ण स्वच्छता का ध्यान रखना चाहिए। अपने आसपास की जगहों को साफ करके रखने से आप मच्छरों को सरलता से दूर रख सकते हैं। पानी को किसी जगह इकठ्ठा न होने दें।किसी जगह पर रुके हुए पानी में मच्छर पनप सकते हैं और इसी से डेंगू भी फैल सकता है। जिन बर्तनों का लंबे समय तक इस्तेमाल नहीं होना हो उनमें रखे हुए पानी को नियमित रूप से बदलते रहें । गमलों के पानी को हर हफ्ते बदलते रहें। मेनहोल, सेप्टिक टैंक, रुकी हुई नालियाँ और कुएं आदि जगहों को नियमित रूप से चेक करते रहें।
मच्छर मारने वाली मशीन और जाली का उपयोग मच्छरों से बचाव के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा सबसे पहले तो जब भी आप घर से बाहर जाएँ मच्छर से बचाव वाली क्रीम का उपयोग करें और सोने से पहले मच्छरदानी को अच्छी तरह से सेट कर लें, ताकि मच्छरों से बचा जा सके।
जिलाधिकारी ने डेंगू से बचाव के लिए नगर निकायों, नगर पालिका और नगर निगम में व्यापक साफ सफाई के लिए अभियान चलाए जाने के निर्देश दिए उन्होंने एंटी लारवा का छिड़काव के साथ ही फागिंग किए जाने के भी निर्देश दिए