क्या हुआ ऐसा कि हो गया वेतन जब्त
झांसी 01 दिसंबर। झांसी जिले में खाद वितरण को लेकर अनियमितता की लगातार आ रहीे खबरों के बीच खाद वितरण में अनियमितता बरतने वाले सहकारी समिति के सचिव का वेतन जब्त करने का आदेश दे दिया गया है।
सहकारी समिति के सचिव द्वारा अनियमित उर्वरक वितरण किये जाने पर सहायक आयुक्त एवं सहायक निबन्धक ने समिति सचिव से वेतन की रिकवरी के आदेश जारी कर दिये गये है। शासन तथा जिलाधिकारी झांसी के निर्देश पर वर्तमान में डीएपी के टॉप-20 क्रेताओ का भौतिक सत्यापन किया जा रहा है, जिसमें स्पष्ट हुआ कि किसान सेवा सहकारी समिति लि० सेमरी के सचिव रोहित यादव द्वारा संजीव कुमार एवं नीलेश कुमार के नाम पॉश मशीन में 29 बोरी डीएपी खारिज की गयी, जबकि यह डीएपी दोनो किसानो का न देकर किसी और को वितरित कर दी गयी। जॉच में मामला उजागर होने पर सहायक आयुक्त एवं सहायक निबन्धक सहकारिता, झांसी ने सहकारी समिति के सचिव के वेतन से 29 बोरी डीएपी मूल्य तथा 12 प्रतिशत ब्याज कुल 44512.00 रुपये की रिकवरी के आदेश दे दिये गये है।सहायक आयुक्त एवं सहायक निबन्धक सहकारिता जनपद झांसी द्वारा अवगत कराया गया है कि शासन एवं जिलाधिकारी झांसी के निर्देश पर जनपद के टॉप 20 डीएपी उर्वरक विक्रेताओं का भौतिक सत्यापन हेतु तहसीलवार अपर जिला सहकारी अधिकारियो द्वारा भौतिक सत्यापन किया जा रहा है। सत्यापन में जो भी उर्वरक प्रभारी अनियमित वितरण का दोषी पाया जायेगा उस पर कठोर कार्यवाही की जायेगी। साथ ही जो भी काश्तकार जोत बही तथा फसलवार संस्तुत मात्रा के आधार पर अनुमन्य मात्रा से अधिक कय किये जाने का दोषी पाया जायेगा, सत्यापन अधिकारियों द्वारा उस पर भी कड़ी कार्यवाही की जायेगी। सभी किसान भाइयो से अनुरोध है कि खसरा खतौनी के आधार पर फसलवार संस्तुत मात्रा के तहत ही उर्वरक कय करें, ताकि सभी जरुरतमंदों को बिना किसी समस्या के उर्वरक प्राप्त होती रहें।
जिले में डीएपी तथा यूरिया की पर्याप्त मात्रा उपलब्ध है, वर्तमान में पीसीएफ बफर में ही 8000 मै0टन यूरिया उपलब्ध है। जहाँ तक डीएपी की उपलब्धता का प्रश्न है वर्तमान में प्राइवेट दुकानो में 700 मै0टन डीएपी वितरण हेतु उपलब्ध है 1800 मै0टन डीएपी की रैक दो दिसंबर को जनपद को प्राप्त हो रही है एवं इसके उपरान्त सहकारिता को भी डीएपी की 01 रैक प्रदान की जायेगी। अतः जनपद के सभी किसान भाइयो को उनकी मांग के अनुरुप डीएपी उपलब्ध कराने में कोई समस्या नही है। यहाँ यह भी स्पष्ट करना है कि प्राइवेट दुकानो से भी उचित मूल्य एवं सही गुणवत्ता वाली डीएपी का वितरण किया जा रहा है। अतः किसान भाई निजी दुकानों से भी डीएपी लेकर अपनी उर्वरक आवश्यकता की समुचित ढंग से पूर्ति कर सकते है।
वैभव सिंह