झांसी 22 दिसंबर। झांसी के भारतीय चारागाह एवं अनुसंधान केंद्र में कार्यरत कर्मचारियों ने छह माह से वेतन न मिलने से आजिज आकर आज धरने पर बैठ गये और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तथापूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य भी उनकी मांगों के समर्थन में उनके साथ धरने में शामिल हुए।
महानगर के चर्चित इलाइट चौराहे पर छह माह से वेतन न मिलने के विरोध में बैठे प्रदर्शनकारियों में बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल थीं । प्रदर्शकारी महिलाओं ने कहा कि वह ग्रासलैंड में काम करतीं हैं और पांच से छह माह से वेतन नहीं दिया गया है। उन्होंने अधिकारियों से इस मामले में बात की तो वह मनमाना रवैया दिखाते हुए वेतन जारी न करने की बात कहते हैं। महिलाओं ने कहा कि वेतन जारी न करने को लेकर अधिकारियों की चुप्पी ने आज उन्हें चौराहे पर धरने पर बैठने के लिए मजबूर कर दिया है।
ग्रासलैंड कर्मचारियों के वेतन न मिलने पर उनके समर्थन में उतरे कांग्रेसी नेता प्रदीप जैन आदित्य ने कहा कि यह केंद्र स्वर्गीय प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने इसलिए बनवाया था कि किसानों को इसका, लाभ मिले और यहां काम करने वाले मजदूरों को इससे लाभ मिले। जहां कभी 1000 लोग काम पर थे वहां आज मात्र 150 कर्मचारी कार्यरत हैं। यह लोग संस्थान में लगातार काम करते हैं और इनका वेतन छह माह से रोका हुआ है। इनके घरों में चूल्हा जलना मुश्किल हो रहा है।
उन्होंने कहा कि हम इन मजदूरों का हक मांग रहे हैं और जब तक इन लोगों का छह माह का वेतन नहीं दिया जायेगा, हम धरने से नहीं उठेंगे।हर माह ठेकेदार इन्हें आजकल वेतन जारी करने का आश्वासन देकर टरका रहा है, श्रम अधिकारी कभी मिलता नहीं है। ऐसे में हम इनके वेतन के लिए धरने पर बैठे हैं।
मामले को तूल पकड़ता देख सिटी मजिस्ट्रेट और सीओ सिटी मौके पर पहुंचे और उन्होंने प्रदर्शनकारियों से ज्ञापन लिया। सिटी मजिस्ट्रेट ने तीन दिन के भीतर मजदूरों का वेतन जारी किये जाने का आश्वासन दिया। इसके बाद ही धरना समाप्त हुआ । इस पर श्री जैन ने कहा कि यदि तीन दिन बाद भी इन मजदूरों का वेतन नहीं दिया जाता है जो चक्का जाम किया जायेगा।
वैभव सिंह
बुंदेलखंड कनेक्शन