झांसी 17 नवंबर। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य ने केंद्र और प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार पर तीखा हमला करते हुए आज कहा कि दोनों ही स्तर की सरकारें लगातार एक के बाद एक ऐसा आदेश पारित कर रहीं हैं कि जिससे बुंदेलखंड और विशेषरूप से झांसी की अस्मिता पर लगातार चोट हो रही है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने विश्व शौचालय दिवस पर प्रदेश की येागी सरकार की ओर से जारी किये गये एक नये शासनादेश पर गंभीर सवाल उठाये हैं। श्री जैन ने कहा कि यह पहली बार है जब झांसी का गौरव न केवल देश बल्कि पूरी दुनिया में स्थापित करने वाली वीरांगना लक्ष्मीबाई की जयंती के अवसर पर 19 नवंबर को प्रशासन को यह आदेश दिया गया है कि वह शौचालयाें को लेकर विभिन्न तरह की खामियों को लेकर हर घंटे फोटो अपडेट करें ताकि पता चलें कि कहां शौचालय के दरवाजे निकले हैं, कहां शौचालय टूट गये हैं , कहां शौचालय में पानी की सुविधा नहीं है या ऐसी और भी समस्याएं।
उन्होंने इस शासनादेश पर कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि –
- 19 नवंबर का दिन जो पूरे देश में और झांसी में विशेष रूप से हर व्यक्ति को वीरांगना लक्ष्मीबाई के अदम्य साहस को नमन करने में लगा होता है। इसी दिन देश की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की भी जयंती होती है। झांसी में वीरांगना लक्ष्मीबाई के गौरव को याद करते हुए घर घर दीपक जलते हैं ऐसे में पूरा प्रशासनिक अमला उस दिन शौचालय या शौचालय संबंधी गड़बड़ियों को खोजता और फोटो अपलोड करता रहे ,तो यह झांसी की जनता के साथ किया जा रहा एक क्रूरतम मजाक है जिसे किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।
- श्री जैन ने आरोप लगाये कि यह पहली बार नहीं है कि बुंदेलखंड के गौरव पर ,उसकी आत्मा पर लगातार चोट की जा रही है। इससे पहले भी केंद्र और राज्य सरकार कुछ इस तरह से काम कर रहीं हैं कि ऐसा लगातार हो रहा है। हाल ही में झांसी की उम्र 20 साल बता दिया गया। झांसी नगर निगम ने शासन को भेजी रिपोर्ट में इस ऐतिहासिक शहर को 20 साल पुराना बता दिया।
- रानी झांसी के चारित्रिक हनन के मकसद जयश्री मिश्रा द्वारा लिखी गयी विवादित पुस्तक “ रानी” जिसमें अंग्रेज अफसर के साथ महारानी के प्रेम प्रसंग को दिखाया गया।श्री जैन ने बताया कि विधायक रहते हुए उन्होंने इस पुस्तक को बंद कराने का प्रयास किया और 2008 में इस किताब पर रोक लगा दी गयी थी लेकिन अब फिर से वह किताब ऑनलाइन बिक रही है लेकिन सरकारें मौन धारण करें हुए हैं इसकी बिक्री पर तत्काल रोक संबंंधी कोई आदेश जारी नहीं किया गया है।
- झांसी रेलवे स्टेशन को नाम बदल दिया गया । वह नाम जो पूरे देश में विख्यात था उसे ही बदल दिया गया । इसको लेकर उठे विरोध प्रदर्शन के बावजूद आज भी रेलवे ने नये नाम वीरांगना लक्ष्मीबाई के साथ “ झांसी” को नहीं जोड़ा है। रेलवे टिकट पर आज भी झांसी नाम नहीं दिखायी देता है वीरांगना लक्ष्मीबाई रेलवे स्टेशन के नाम से टिकट खोजना पड़ता है। कांग्रेसियों ने रेलवे स्टेशन पर तो इस नाम के साथ झांसी भी जोड़ दियाा लेकिन सरकारी आदेशों में यह नाम नहीं बदला गया है।
यह सरकार दावा करती है कि डिफेंस कॉरिडोर की मदद से यहां की रोजगार की समस्या हल करेगी लेकिन आज पांच साल गुजर जाने पर भी धरातल पर कुछ दिखायी नहीं रहा है। रोजगार मिलना तो दूर की बात है डिफेंस कॉरिडोर की जमीन पर पांच साल बाद भी सिर्फ घास ही उग रही है। एक के बाद एक ओर रहीं यह घटनाएं अपने आप में यह साफ बताती हैं कि केंद्र औरप्रदेश सरकार बुंदेलखंड के विकास को लेकर जो वादे इरादे करतीं है वह कब तक धरातल पर नजर आयेंगे यह तो दूर की कौड़ी है लेकिन इन सरकारों के सम्मिलित प्रयास से झांसी का गौरव तो लगातार धूमिल हो ही रहा है। उन्होंने बताया कि कांग्रेसियों ने 19 नवंबर को शौचालय दिवस के रूप में मनाये जाने को लेकर नये सरकारी आदेश को निरस्त किये जाने की मांग को लेकर जिला प्रशासन के माध्यम से राज्यपाल को एक ज्ञापन भेजा है।
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