बीयू छात्रा आत्महत्या मामला

बीयू छात्रा आत्महत्या मामला: परिजनों ने लगाये गंभीर आरोप

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झांसी 20 जनवरी । झांसी स्थित बुंदेलखंड विश्वविद्यालय (बीयू) के हॉस्टल में  आत्महत्या करने वाली छात्रा के परिजनों ने विश्वविद्यालय में पढ़ाई के स्तर, शिक्षकों से लेकर विभाग प्रमुखों के लापरवाह रवैये, छात्रावास में बच्चों के लिए ज़रूरी सुविधाओं का भी अभाव व उनके साथ गलत व्यवहार किये जाने के विभिन्न आरोप लगाये हैं और कहा है कि यहीं अव्यवस्थाएं छात्रा की आत्महत्या का कारण बनी हैं।
बीयू के बीटेक इलैक्ट्रॉनिक कम्युनिकेशन के पांचवे सेमेस्टर की छात्रा सृष्टि ने गुरूवार की सुबह समता हॉस्टल में अपने कमरे में फांसी लगा ली थी। सृष्टि के की बहन ने कहा “ इनके  टीचर  क्लासों मे पढ़ाने नहीं आते हैं न ही लैब्स में काेई काम होता है। यह सभी टीचर अंत में आकर एक साथ लंबी लंबी क्लासेस लेकर सिलेबस पूरा कराने में लग जाते हैं,इससे बच्चों पर प्रेशर बहुत ज्यादा हो जाता है कि परीक्षा के पास सिलेबस कैसे पूरा करें। यह लोग प्रेशर भी बनाते हैं और नंबर भी काट लेते हैं।
उन्होंने कहा कि मैकेनिकल विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ़ जाकिर अली भी छात्रों की परेशानियां नहीं सुनते हैं अगर कोई छात्र आकर उनसे शिकायत करे तो वह उल्टे उसी को टारगेट करने लगते हैं। अपने विभाग में विभागाध्यक्ष नहीं होते कक्षाओं में टीचर नहीं होते। आखिर में सब सिलेबस पूरा करने में जुट जाते हैं। इसको लेकर सृष्टि ने उनसे बात की थी।

सृष्टि के भाई अजित ने कहा कि एक्ज़ाम को लेकर वह थोड़ा परेशान थी। सृष्टि की बड़ी बहन ने उससे बात की थी जिसके बाद हॉस्टल वार्डन को फोन किया गया कि सृष्टि परेशान है जाकर देख लें लेकिन उन्हाेंने ऐसा कुछ नहीं किया। इससे पहले भी हॉस्टल वार्डन सृष्टि को काफी परेशान करती थी । उसे अकेले ही एक कमरा दिया था और साथ में किसी अन्य पार्टनर को आने ही नहीं देती थी। सृष्टि ने इस बारे में परिजनों को भी बताया था।

उन्होंने कहा कि  छात्रावास में रहने की मजबूरी और डर के चलते बच्चे कुछ नहीं कर पाते । उन्हें डर रहता है कि कुछ शिकायत की तो फिर से निशाना बनायेंगे और इसी डर में सब सहते रहते हैं। सृष्टि के अवसाद में होने के आरोपों को उसके भाई ने सिरे ने नकारते हुए कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन अपनी जान बचाने को सृष्टि पर ऐसे आरोप लगा रहे हैं। उसके दोस्तों से बात करके पूछ सकते हैं वह किसी तरह के अवसाद में नहीं थी।
सृष्टि की मां ने विश्वविद्यालय छात्रावास में व्यवस्थाओं पर सवाल उठाते हुए कहा कि यहां की व्यवस्था बहुत ही खराब है कभी रूक गयी अगर तो वार्डन बवाल मचा देती थी। सृष्टि की बहन ने छात्रावास में खाने की व्यवस्था पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि खाने की व्यवस्था कितनी खराब है यह बात यहां रहने वाले बच्चों से पूछिए।
गौरतलब है कि विश्वविद्यालय में व्यवसायिक कोर्सेज़ में पढाई करने वाली सृष्टि तीसरी ऐसी छात्रा है जिसने आत्महत्या की है इसके पहले भी समता हॉस्टल और ओबीसी हॉस्टल में दो छात्राओं ने फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली थी।
वैभव सिंह

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