
गोष्ठी में चर्चा करते हुए डा0 रमाकान्त स्वर्णकार ने बताया कि दिनांक 28 सितम्बर को प्रतिवर्ष विश्व रेबीज दिवस मनाया जाता है। रेबीज रोग के विषय में लोगों को जागरूक करने, बचाव एवं रोकथाम के तरीकों की जानकारी जन सामान्य तक पहुंचाने के लिए बच्चे बहुत अच्छा माध्यम होते हैं। अतः भारत सरकार द्वारा निर्देश दिये गये कि विद्यालय में प्रतियोगिता, हेल्थ टाॅक आदि कार्यक्रम आयोजित कर छात्र छात्राओं के माध्यम जागरूकता लायी जाए।
